हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के बाद कई हिंदूवादी नेताओं को अपनी सुरक्षा की चिंता सताने लगी है। बता दें कि कमलेश तिवारी की हत्या के बाद फायरब्रांड हिंदूवादी नेता मानी जाने वाली साध्वी प्राची ने रविवार को कहा है कि उनकी जान को खतरा है, उन्हें भी बीते 10 सालों से कट्टरपंथियों की तरफ से धमकियां मिल रही हैं। साध्वी प्राची ने कहा कि उन्होंने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह को स्थिति से अवगत करा दिया है और सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है।
साध्वी प्राची ने कहा कि ‘मैं ईश्वर में पूरा विश्वास रखती हूं और इसलिए अब तक इस पर चर्चा नहीं की, लेकिन कमलेश तिवारी की हत्या ने मुझे परेशान कर दिया है।’ हिंदू नेता ने कहा कि ‘कुछ दिन पहले कुछ लोग उनके आश्रम में आए थे और मेरे बारे में पूछताछ भी कर रहे थे। मुझे लगता है कि मुझे सुरक्षा की जरुरत है।’
साध्वी प्राची ने बताया कि जिस मौलवी ने कमलेश तिवारी के खिलाफ फतवा जारी किया था, उसी मौलवी ने उनके खिलाफ भी फतवा दिया था। ऐसे में उनकी जान के लिए भी खतरा पैदा हो गया है। हरिद्वार में मीडिया से बात करते हुए साध्वी प्राची ने कहा कि कमलेश तिवारी की जघन्य हत्या के बाद यह साफ हो गया है कि उन्हें किसी भी वक्त निशाना बनाया जा सकता है।
साध्वी प्राची ने बताया कि साल 2016 में उन्हें भी आईएसआईएस की तरफ से धमकी मिली थी। कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए साध्वी प्राची ने कहा कि कांग्रेस द्वारा जिहादियों को भारत में संरक्षण दिया जा रहा है और इसकी जांच होनी चाहिए। साध्वी ने ये भी कहा कि ‘योगी सरकार को चाहिए कि वह इस बात की जांच करे कि कमलेश तिवारी की सुरक्षा क्यों हटाई गई और इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए।’
बता दें कि बीती 18 अक्टूबर को हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की उनके कार्यालय में चाकू घोंपकर और गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्यारे भगवा कपड़े पहनकर आए थे। हत्यारों ने मिठाई के डिब्बे में पिस्टल व चाकू छिपा रखे थे। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।