हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में आज ताजा प्रदर्शन हुए और जब वाम संबद्ध छात्र संघों के सदस्यों ने कुलपति अप्पा राव पोडिले को हटाने की मांग करते हुए विश्वविद्यालय परिसर में प्रवेश का प्रयास किया तो पुलिस ने उनमें से 83 प्रदर्शनकारियों को एहतियातन हिरासत में ले लिया। एक नये घटनाक्रम में परीक्षा नियंत्रक प्रफेसर वी कृष्णा आंदोलनकारी छात्रों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए शैक्षणिक परिषद (एसी) की बैठक से बाहर चले गए। छात्रों ने ‘चलो एचसीयू’ मुहिम के तहत परिसर के गेट पर बड़ी संख्या में प्रदर्शन में हिस्सा लिया।

एचसीयू की सामाजिक न्याय संबंधी संयुक्त कार्य समिति के आह्वान पर ‘चलो एचसीयू’ का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य पोडिले को हटाने और गिरफ्तार करने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन को और तेज करना है। दलित छात्र रोहित वेमुला की मौत के बाद दो महीने तक छुट्टी पर रहे पोडिले ने गत 22 मार्च को दोबारा कार्यभार संभाल लिया।

प्रदर्शनकारी, जिनका कहना था कि पोडिले को एसी की बैठक की अध्यक्षता करने का कोई अधिकार नहीं है, प्रदर्शन के दौरान मुख्य प्रवेश द्वार पर चढ़ गए, लेकिन वहां बड़ी संख्या में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका और परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया और उन्हें एहतियातन हिरासत में ले लिया।

सहायक पुलिस आयुक्त भुजंग राव ने कहा कि बाहरी लोगों को एचसीयू परिसर में प्रवेश की इजाजत नहीं थी। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने परिसर में प्रवेश का प्रयास किया, कानून और व्यवस्था की दृष्टि से पुलिस ने उन्हें रोका और उनमें से 83 को एहतियातन हिरासत में ले लिया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने पोडिले के खिलाफ नारे लगाए और इस दौरान उन्होंने बैनर उठा रखे थे, जिनपर पोडिले से परिसर छोड़कर जाने को कहा गया था। उन्होंने कहा कि पोडिले के खिलाफ वेमुला को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज है और ऐसे में वह एसी बैठक की अध्यक्षता कैसे कर सकते हैं।

इस बीच एचसीयू की शैक्षणिक परिषद की 76वीं बैठक में संबद्ध मामलों को सुलझाने के लिए एक व्यवस्था बनाने का फैसला किया गया। इसमें एक लोकपाल की नियुक्ति, समान अवसर प्रकोष्ठ को सक्रिय करने और यूजीसी के वर्ष 2012 के नियमों के अनुरूप भेदभाव निषेध अधिकारी की नियुक्ति करने जैसी बातें शामिल हैं।

परिषद की यह बैठक ऐसे समय में हुई, जब एचसीयू ने राष्ट्रीय वरीयता क्रम में उच्च स्थान हासिल किया है और सामाजिक न्याय की जरूरतों को पूरा करने में उसे श्रेष्ठ माना गया है। बैठक में कुल 170 फैकल्टी सदस्यों में से 106 ने शिरकत की। एचसीयू की एक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई। सदस्यों ने अर्थशास्त्र के व्याख्याता प्रोफेसर ए वी राजा और शोधार्थी रोहित के वेमुला के निधन पर शोक प्रकट किया और एक मिनट का मौन रखा।