गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 के दूसरे चरण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिम्मतनगर में प्रचार किया। उनके सभा-स्थल पर पहुंचने से पहले राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने मंच संभाल रखा था। हिम्मतनगर में जब प्रधानमंत्री और उनकी सुरक्षा टीम चॉपर्स में बैठकर पहुंची तो पटेल ने भीड़ से कहा, ”क्या आप लोगों ने एक साथ तीन चॉपर देखे हैं? अगर आप नरेंद्रभाई के साथ ये तीन चॉपर रहने देना चाहते हैं तो भाजपा के लिए वोट दीजिए।” गुजरात में पहले चरण की 89 सीटों पर शनिवार (9 नवंबर) को मतदान हो रहा है। राज्य विधानसभा की 89 सीटों में से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास 67 सीटें हैं, जबकि कांग्रेस के पास 16 सीटें हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और जनता दल-यूनाइटेड के पास एक-एक सीट है, जबकि दो सीटें निर्दलीयों के पास हैं।
Prime Minister Narendra Modi and his security team arrive at Himmatnagar in three choppers. Ex CM Anandi Patel tells crowd "have you seen there choppers at the same time? Vote for BJP so that these three choppers remain with Narendrabhai." @IndianExpress @lynnmis pic.twitter.com/BjEPql09my
— satish jha. (@satishjha) December 8, 2017
भाजपा ने पहले चरण के मतदान से एक दिन पहले शुक्रवार को गुजराती मतदाताओं के लिए ‘संकल्प पत्र’ जारी किया और इस दौरान केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस पर पाटीदार समुदाय के लिए ‘असंभव’ वादा करने के लिए निशाना साधा। ‘संकल्प पत्र 2017’ को जारी करते हुए जेटली ने दो दिन पहले जारी कांग्रेस के चुनावी घोषणा पत्र को ‘संवैधानिक व वित्तीय रूप से असंभव’ बताया। उन्होंने कहा, “गुजरात ने अंतिम पांच वर्षो में 10 प्रतिशत का वृद्धि दर हासिल किया है, वह भी ऐसे समय जब विश्व व देश अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर बहुत अच्छी स्थिति में नहीं थी। यह आंकड़े खुद अपनी तरफ से बोलते हैं और उन्हें जवाब देते हैं जो गुजरात की वृद्धि पर सवाल उठाते हैं।”
जेटली ने कहा, “आधारभूत संरचना, बंदरगाह अर्थव्यवस्था, कृषि वृद्धि, स्वास्थ्य व शिक्षा, कमजोर वर्ग हमारे संकल्प पत्र में मुख्य केंद्रित क्षेत्र हैं और पार्टी एक गुजरात के लिए काम करेगी और समाज के सभी वर्गो की चिंता करेगी।” जेटली ने यह भी कहा कि दस्तावेज में आने वाले समय में गुजरात में उच्च वृद्धि दर को प्राप्त करने पर भी ध्यान दिया गया है।
जेटली ने कांग्रेस के चुनावी वादे के लिए निशाना साधा और कहा कि ये वादे वित्तीय रूप से असंभव हैं और राज्य के 90,000 करोड़ रुपये के राजस्व के विरुद्ध हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 1.21 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त वित्तीय छूट देने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि उसने किसानों को 20,000 करोड़ रुपये कृषि ऋण भी माफ करने का वादा किया है।