साउथ गोवा के Rumdamol Davorlim गांव में इस समय तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। इस तनाव का कारण एक मदरसा है जिसको लेकर कहा जा रहा है कि ये प्राइवेट प्रॉपर्टी पर बनाया गया है। इस इलाके में दोनों हिंदू और मुस्लिम रहते हैं। अब आरोप ऐसे लगे कि इस मदरसा में गैरकानूनी काम हो रहे हैं। इसी आरोप को सबसे ज्यादा पंचायत के सदस्य विनायक वालवेकर ने उठाया जिन पर कुछ दिन पहले जानलेवा हमला किया गया।

क्या है ये पूरा विवाद?

असल में 17 जून को विनायक अपने घर के लिए लौट रहे थे। एक फोन कॉल आया, ऐसे में उन्होंने अपनी गाड़ी रोकी और बात की। लेकिन तभी एक अनजान शख्स ने उनकी गाड़ी का शीशा तोड़ा और उन पर चाकू से हमला करने का प्रयास रहा। आरोपी का चाकू सीट में जा फंसा और विनायक बच गए। उनकी तरफ से आरोपी को पकड़ने की कोशिश हुई, लेकिन वो भाग गया। इसके बाद विनायक ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई और अगले ही दिन एक आरोपी अयूब खान गिरफ्तार हो गया।

अब क्योंकि विनायक पर हमला किया गया, इसकी प्रतिक्रिया हिंसा के रूप में ही सामने आई। इसी वजह से जिस प्रॉपर्टी पर मदरसा बना हुआ था, वहां पर पथराव किया गया। दो पूर्व सरपंच की गाड़ियों को भी तोड़ दिया गया। इसी कड़ी में एक रैली निकाली गई और फिर बीफ बेचने वाले एक स्टॉल को तोड़ दिया गया। यानी कि एक मदरसे की वजह से हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच तनाव की स्थिति पैदा हो गई।

मदरसे पर हुआ पथराव?

इस तनाव को लेकर पंचायत सदस्य विनायक कहते हैं कि शायद ये हिंदू भाईयों का रिएक्शन हो सकता है। लेकिन मदरसे को लेकर जो दावे किए जा रहे हैं, उस पर ही विवाद चल रहा है। असल में एक पंचायत सदस्य जोर देकर कहते हैं कि मदरसे में बच्चों को अंग्रेसी, अरेबिक, उर्दू पढ़ाई जाती है। लेकिन आरोप ये लग रहा है कि अब मदरसे पर भी पथराव किया गया है। पुलिस ने इस पथराव का भी संज्ञान ले लिया है और जांच करने की बात कही जा रही है।

पवनीत सिंह चड्ढा की रिपोर्ट