पाकिस्तानी गजल सम्राट उस्ताद गुलाम अली बनारस के संकट मोचन मंदिर वार्षिक संगीत समारोह में कार्यक्रम पेश करेंगे। 26 अप्रैल से शुरू होने वाले इस समारोह में शामिल होने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी, अमिताभ बच्चन और भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित समेत कई हस्तियों को न्योता भेजा गया है। खबर यह भी है कि आयोजकों ने अमिताभ बच्चन से हनुमान चालीसा पाठ करने की गुजारिश भी की है। इस बीच गुलाम अली के कार्यक्रम को लेकर हिंदू युवा वाहिनी ने धमकी दे डाली है।
जानकारी के मुताबिक, समारोह में कुल 57 क्लासिकल सिंगर प्रस्तुति देंगे। छह दिन तक चलने वाले इस समारोह में शामिल होने के लिए पीएम मोदी और अमिताभ बच्चन ने अभी तक सहमति नहीं दी है। मंदिर के महंत प्रोफेसर विशंभरनाथ मिश्र ने इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि वह दो दिन पहले गुलाम अली से दिल्ली में मिले थे। इस दौरान उन्होंने गुलाम अली से कार्यक्रम में शिरकत करने की गुजारिश की थी। गुरुवार को उन्होंने फोन करके कार्यक्रम में शामिल होने की स्वीकृति दे दी।
दूसरी ओर कार्यक्रम में गुलाम अली के आने को लेका विरोध भी शुरू हो गया है। बीजेपी एमपी योगी आदित्यनाथ के संगठन हिंदू युवा वाहिनी ने समारोह में गुलाम अली की मौजूदगी का विरोध करने की बात कही है। संगठन के प्रदेश प्रमुख सुनील सिंह ने कहा कि हमने गुलाम अली को कार्यक्रम में शामिल नहीं होने देने का फैसला किया है, क्योंकि वह पाकिस्तानी हैं। पाकिस्तान हमारे देश में घुसपैठिए भेज रहा है।
संकट मोचन मंदिर पर आतंकियों ने हमला किया था। निर्दोष लोग मारे गए थे। ऐसे में पाकिस्तानी गायक को हमारे देश में कार्यक्रम पेश करने के लिए न्योता कैसे भेजा जा सकता है। वहीं, महंत मिश्र ने हिंदू युवा वाहिनी की धमकी पर कहा कि उन्हें सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए बुलाया गया है, इसलिए किसी को इसका विरोध नहीं करना चाहिए। अगर हिंदू युवा वाहिनी के लोग उनसे मिलेंगे तो वह उन्हें समझा लेंगे।