गौ-रक्षकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से नाराज होकर गौ रक्षा दल, राजस्थान ने 19 अगस्त को राज्य भर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। दल, प्रधानमंत्री से उनके ‘बयान पर सबूतों के साथ सफाई’ देने की मांग कर रहा है। गौ रक्षा दल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बाबूलाल जहांगीर ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया, ”भारत में करीब 100 करोड़ हिंदू हैं और वे सब गाय की रक्षा करना चाहते हैं। तो प्रधानमंत्री के हिसाब से, 70-80 करोड़ हिंदू फर्जी हैं। चूंकि पीएम ने ऐसा दावा किया है, हम जानना चाहते हैं कि किस एजेंसी ने यह सर्वे किया है।” गौ रक्षा दल के नेतृत्व में इसी तरह की मानसिकता वाली संस्थाओं ने रविवार को जयपुर के रोटरी क्लब में बैठक की। बैठक में गौ-रक्षा, सुरक्षा और पूरे देश में गो-हत्या पर बैन पर चर्चा हुई। इस बैठक में विश्व हिंदू परिषद, गौ क्रांति मंच, गौ सेवा समिति जैसी संस्थाओं के लोग मौजूद रहे। केन्द्र सरकार की तरफ से MyGov कार्यक्रम की शुरुआत के दो साल पूरा होने पर दिल्ली के टाउन हाल में आयोजित बैठक में पीएम ने गौ-रक्षा के नाम पर हिंसा पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था, ”मैं राज्य सरकारों ने ऐसे लोगों (गौ-रक्षकों) पर डॉजियर तैयार करने को कहूंगा। इनमें से करीब 70-80 फीसदी लोग ऐसे असामाजिक कार्यों में लिप्त मिलेंगे जिन्हें समाज स्वीकार नहीं करता।” पीएम ने ऐसे लोगों को ‘एंटी-सोशल’ बताते हुए कहा था कि ये लाेग गौ-रक्षा के नाम पर अपनी ‘दुकानें’ चला रहे हैं।
गौ रक्षा दल के राज्य महासचिव प्रदीप सिंह राठौड़ ने कहा, ”हमारी जिला इकाइयां कुछ कलेक्ट्रेट्स पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के नाम एक मेमारेंडम सौंपेंगी। जब एक और मेमारेंडम स्थानीय लोकसभा सांसद को भेजा जाएगा, जो कि पीएम के लिए होगा। हर सांसद को एक मैनिफेस्टो पर साइन करने होंगे कि वह भारत में गौ-हत्या पर प्रतिबंध की मांग का समर्थन करता है और इस संबंध में संसद में एक विधेयक लाए जाने पर वह उसके पक्ष में वोट करेगा।”
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फिलहाल केरल, पश्चिम बंगाल, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, मेघालय, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम में गौ-हत्या पर रोक नहीं है। बाबूलाल जहांगीर ने बताया, ”हम राज्य स्तरीय प्रदर्शन में प्रधानमंत्री की फोटो पर गो-मूत्र छिड़केंगे।” उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अगले साल गुजरात और उत्तर प्रदेश में होने वाले चुनावों के मद्देनजर यह बयान दिया है।
