छत्तीसगढ़ में गैंगरेप की शिकार 21 साल की लड़की ने आत्महत्या कर ली है। दो कॉन्स्टेबल और एक डॉक्टर ने उसके साथ छह महीने तक बलात्कार किया था। इस संबंध में जनवरी 2015 को मुकदमा भी दर्ज कराया गया था। पुलिस के मुताबिक, लड़की ने भिलाई स्थित अपने घर पर आत्महत्या की है, जहां से एक सुसाइड नोट भी मिला है। इसे पढ़कर लगता है कि महिला को न्याय मिलने की उम्मीद नहीं थी, इसलिए उसने आत्महत्या कर ली।
जानकारी के मुताबिक, जिन दो कॉन्स्टेबल पर लड़की के साथ बलात्कार का आरोप है, उनके नाम- सौरभ भक्ता और चंद्रप्रकाश पांडे हैं, जबकि आरोपी डॉक्टर का नाम गौतम पंडित है। पुलिस ने इस मामले में दोनों कॉन्स्टेबल को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि डॉक्टर गौतम पांडे ने खुद ही सरेंडर कर दिया था। ये तीनों इस समय जेल में हैं। लड़की ने सुसाइड नोट में अपनी मौत के लिए सौरभ भक्ता, चंद्रप्रकाश पांडे और डॉक्टर गौतम पंडित को जिम्मेदार ठहराया है। उसने यह भी लिखा है कि उसे न्याय मिलने की कोई उम्मीद नहीं है।
गैंगरेप का यह मामला पिछले साल जनवरी में उस वक्त सामने आया था, जब गैंगरेप की शिकार लड़की को सुपेला के लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जानकारी के मुताबिक, लड़की इनके चंगुल में 2014 में फंसी थी, जब वह इलाज के लिए डॉक्टर के पास गई थी। आरोप है कि इसी दौरान उसके साथ गैंगरेप किया गया था। तीनों आरोपियों ने गैंगरेप के दौरान वीडियो भी बनाया था और वे लड़की को ब्लैकमेल करते रहे। पीडि़त उस वक्त कॉलेज की स्टूडेंट थी।