इजराइली दूतावास के पास इस साल की शुरुआत में हुए बम धमाके के मामले में सुरक्षा एजेंसियों को बड़ी सफलता हाथ लगी है। दूतावास के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में विस्फोट को अंजाम देने वाले दो संदिग्धों की तस्वीर कैद होने का दावा किया जा रहा है। एनआईए ने मंगलवार को उन दो लोगों की पहचान या गिरफ्तारी से जुड़ी जानकारी देने वाले प्रत्येक व्यक्ति को 10 लाख रुपये का इनाम देने का ऐलान किया, जिन्होंने विस्फोटक रखे थे।

आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि नई दिल्ली में इजराइली दूतावास के पास हुए विस्फोट के मामले में एजेंसी सीसीटीवी में दिखाई दिये दो लोगों की शिनाख्त करने के संबंध में जानकारी एकत्र करने का प्रयास कर रही है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) के प्रवक्ता ने कहा, ‘संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान और गिरफ्तारी में सहायता करने वाली किसी भी जानकारी के लिए प्रत्येक व्यक्ति को 10 लाख रुपये का नकद इनाम दिया जाएगा।’

दिल्ली स्थित इजराइली दूतावास के पास 29 जनवरी की शाम को कम तीव्रता वाला आईईडी विस्फोट हुआ था। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ था। पुलिस ने घटना के ठीक बाद आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की थी ताकि आरोपियों की पहचान की जा सके। हालांकि, तब फुटेज के जरिए कोई पुख्ता सबूत नहीं मिला। न ही कोई ऐसा व्यक्ति सामने आया, जिसने दूतावास के करीब आईईडी रखते देखा हो।

बाद में केंद्र सरकार ने इस घटना को आतंकी गतिविधि करार देते हुए दो फरवरी को इस मामले की जांच एनआईए को सौंप दी गई थी। बताया गया है कि जिन दो लोगों को सीसीटीवी फुटेज में देखा गया है कि वो विस्फोट वाले दिन घटनास्थल पर घूमते दिखाई दिए।

इस घटना के बाद इजराइल के तत्कालीन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने भरोसा जताया था कि भारत इस मामले की पूरी जांच करेगा और इजराइली और यहूदियों की सुरक्षा सुनिश्चित कराएगा। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी ट्वीट के जरिए बताया था कि उन्होंने अपने इजराइली समकक्ष गाबी एश्केनाजी से बात की है और दूतावास और राजनयिकों को पूरी सुरक्षा देने का वादा किया।