वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) के लिए नौ दिनों से अनशन कर रहे अवकाश प्राप्त कर्नल पुष्पेंद्र सिंह की हालत अस्पताल में स्थिर बनी हुई है।

चिकित्सकों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुष्पेंद्र सिंह की हालत बिगड़ने के बाद उन्हें आर्मी रिसर्च एंड रेफरल हॉस्पिटल में मंगलवार को भर्ती कराया गया है।

अस्पताल के प्रवक्ता ने बताया, ‘उनकी हालत अब स्थिर है और उनमें सुधार है।’ पुष्पेंद्र सिंह की जगह साहेब सिंह अनशन पर बैठ गए हैं। अवकाश प्राप्त हवलदार मेजर सिंह और अशोक चव्हाण पहले से ही भूख हड़ताल पर हैं। इन सभी लोगों की सेहत सामान्य बनी हुई है।

उम्मीद की जा रही है कि रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर मंगलवार को प्रधानमंत्री से मुलाकात कर उन्हें पूर्व सैनिकों के आंदोलन की जानकारी देंगे। पूर्व सैनिकों ने रक्षामंत्री से आग्रह भी किया है कि वह उनकी प्रधानमंत्री से मुलाकात करा दें।

सरकार ने पूर्व सैनिकों से अपील की हुई है कि 26 अगस्त से पहले अपने आंदोलन को और तेज न करें। पूर्व सैनिकों के प्रदर्शन और क्रमिक अनशन का मंगलवार 72वां दिन है।
देश में करीब 24 लाख अवकाश प्राप्त सैनिक हैं और 6.5 लाख सैनिकों की विधवाएं हैं। ओआरओपी पर अमल होने से इन्हें आर्थिक लाभ होगा।