राज्य के ज्यादातर हिस्सों में हुई भारी बारिश के कारण श्रीनगर और दक्षिण कश्मीर के संगम इलाके में झेलम नदी का पानी आज खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया जिसके मद्देनजर अलर्ट जारी करके लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सुबह छह बजे संगम (दक्षिण कश्मीर) और राम मुंशी बाग (श्रीनगर सिटी) में झेलम नदी में जलस्तर क्रमश: 22.4 फुट तथा 18.8 फुट पर पहुंच गया। संगम में खतरे का निशान 21 फुट है और राम मुंशी बाग में यह 18 फुट है।
कश्मीर बाढ़: झेलम नदी उफ़ान पर, बचाव के लिए 100 एनडीआरएफ कर्मी रवाना
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया है कि झेलम नदी के किनारे बसे लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है और उन्हें किसी सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी गई है। बुजुर्गों और बच्चों को विशेष तौर पर तैयार शिविरों में जाने को कहा गया है।
उन्होंने बताया कि बाढ़ नियंत्रण के लिए तैनात सभी कर्मियों को तत्काल ड्यूटी पर रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है। यदि जलस्तर 23 फुट के निशान को पार कर जाता है तो राज्य में बड़े स्तर पर बचाव अभियानों को चलाना होगा और नदी से सटे इलाकों से लोगों को बाहर निकालना होगा।
केंद्र ने कश्मीर को दिया हर संभव सहायता का आश्वासन, मोदी ने नकवी को किया नियुक्त :
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ की स्थिति के आकलन तथा सभी तरह की सहायता के वास्ते राज्य प्रशासन के साथ समन्वय के लिए आज मुख्तार अब्बास नकवी को कश्मीर रवाना किया है। घाटी में बाढ़ की स्थिति के गंभीर रूप लेने के साथ ही मोदी ने अल्पसंख्यक और संसदीय मामलों के राज्य मंत्री नकवी को राज्य का दौरा करने के लिए नियुक्त किया।
नकवी को बाढ़ की स्थिति के बारे में आकलन करने और राहत अभियान में सैन्य अधिकारियों के साथ ही राज्य सरकार के साथ समन्वय की जिम्मेदारी दी गयी है। बाढ़ प्रभावित घाटी के लिए रवाना होने की तैयारी कर रहे नकवी ने पीटीआई-भाषा को बताया, ‘‘केंद्र राज्य को सभी तरह की सहायता मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है।’’
वह नुकसान का आकलन करेंगे कि केंद्र से किस तरह की सहायता की जरूरत है। इस तरह की स्थिति फिर पैदा नहीं हो यह सुनिश्चित करने के रास्तों पर भी वह चर्चा करेंगे।
नकवी ने कहा, ‘‘बारिश और बाढ़ से लोग बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हालात को लेकर चिंतित हैं। वह लोगों की मदद के लिए तैयार हैं और प्रतिबद्ध हैं।’’ साथ ही कहा कि जल्द से जल्द वह प्रधानमंत्री को एक रिपोर्ट भी सौंपने की कोशिश करेंगे।
महज छह महीने के भीतर ही कश्मीर फिर से बाढ़ की चपेट में आ गया है।