सोमवार सुबह जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन में फायरिंग की खबर ने सभी को हैरान कर दिया। इस घटना में एक पुलिस अधिकारी सहित कुल चार लोगों की मौत हो गई है। मामले पर मीडिया से बातचीत में पश्चिम रेलवे के पुलिस आयुक्त ने बताया कि RPF कांस्टेबल चेतन कुमार की तबीयत गड़बड़ थी। उसके बाद उसने अपना आपा खो दिया। उसकी किसी से कोई बहस नहीं हुई।

दावा किया जा रहा है कि फायरिंग करने वाला आरोपी कांस्टेबल बहुत जल्दी छोटी-छोटी बातों पर नाराज हो जाता था। आरोपी कांस्टेबल चेतन ने सुबह करीब 5 बजे पालघर रेलवे स्टेशन के पास जयपुर-मुंबई सुपरफास्ट एक्सप्रेस में अपने सीनियर टीकाराम मीणा और तीन यात्रियों को गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के समय ट्रेन पालघर रेलवे स्टेशन के पास थी। हत्या के बाद आरोपी अगले रेलवे स्टेशन पर कूद कर फरार हो गया लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।

मीडिया से बातचीत में में RPF के इंस्पेक्टर जनरल (वेस्टर्न रेलवे) प्रवीण सिन्हा ने कहा कि वह बहुत जल्दी नाराज हो जाता है, वह गर्म दिमाग का है। घटना के समय कोई बहस नहीं हुई थी। उसने अपना आपा खो दिया और अपने सीनियर को गोली मार दी, फिर जिसे भी देखा उस पर गोली चला दी।

कहां का रहने वाला है आरोपी

आरोपी चेतन सिंह यूपी के हाथरस का रहने वाला बताया जा रहा है। उसके सीनियर टीकाराम मीणा राजस्थान के सवाई माधोपुर से संबंध रखते थे। साल 2025 में टीकाराम मीणा रिटायर होने वाले थे। टीकाराम मीणा के परिवार में उनकी पत्नी, 80 साल की मां, 35 साल का बेटा एक 25 साल की बेटी हैं। टीकाराम मीणा के दोनों बच्चों की शादी हो चुकी है। टीकाराम मीणा के परिवार के लिए 25 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया गया है, इसके अलावा उनके परिवार को 15 लाख रुपये की अतिरिक्त सहायता प्रदान की जाएगी। रेलवे ने अन्य पीड़ित परिवारों को भी मदद का ऐलान किया है।

दूसरी बोगी में जाकर यात्रियों को मारी गोली?

अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, चेतन ने पहले अपने सीनियर को गोली मारी, इसके बाद वह एक अन्य बोगी में गया और उसने तीन यात्रियों को गोली मार दी। रेलवे अधिकारी के मुताबिक, आरोपी ने मीरा रोड और दहीसर के बीच ट्रेन से भागने की कोशिश की, लेकिन GRP ने उसे पकड़ लिया और उसका हथियार भी बरामद कर लिया। आरोपी अभी मीरा रोड रेलवे पुलिस की हिरासत में है और उससे पूछताछ की जा रही है।