आयुष मंत्रालय के आरटीआई जवाब को छापने के मामले में पुलिस ने अखबार द मिली गैजेट और पत्रकार पुष्‍प शर्मा के खिलाफ एफआर्इआर दर्ज की है। इसके तहत धारा 153-A(समुदायों में घृणा फैलाना) और 468(धोखाधड़ी के लिए जालसाजी करना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। बता दें कि पिछले दिनों एक आरटीआई जवाब के हवाले से दावा किया गया था कि आयुष मंत्रालय योगा अध्‍यापकों के लिए मुस्लिमों को नहीं लेता है। हालांकि आयुष मंत्रालय ने यह जवाब देने से इनकार किया था। पुलिस सूत्रों के अनुसार पुष्‍प शर्मा को बुधवार को जांच में शामिल होने को कहा गया है। उनके खिलाफ मंत्रालय के अंडर सेक्रेटरी ने शिकायत की थी।

साल 2009 में पुष्‍प शर्मा को फिरौती के आरोप में वसंत विहार पुलिस ने गिरफ्तार किया था। शर्मा ने बताया,’वे मुझे कोटला मुबारकपुर थाने ले गए। जहां मेरे से दुर्व्‍यवहार किया गया। उन्‍हाेंने आयुष मंत्रालय की आरटीआर्इ कॉपी दिखाते हुए मुझे फर्जी केस में फंसाने की धमकी दी। मैंने उन्‍हें बताया कि मेरे पास आरटीआई जवाब की तीन कॉपियां है और मैं अपनी स्‍टोरी पर टिका हुआ हूं। आरटीआई का जवाब मुझे मंत्रालय ने ही दिया था।’ 2009 के फिरौती केस के बारे में उन्‍होंने बताया कि स्टिंग ऑपरेशन करने के बाद फर्जी तरीके से उन पर मामला दर्ज किया गया।

आयुष मंत्रालय ने शिकायत में बताया कि द मिली गैजेट ने अनुपयुक्‍त लेख छापा है। साथ ही आरटीआई जवाब की सत्‍यता पर भी सवाल उठाए गए हैं। सूत्रों के अनुसार यह आरटीआई जवाब फर्जी है। इस संबंध में छपे लेख में दी गई जानकारी गलत है।