सरकार की बार-बार गुजारिश के बाद भी लोग जहां-तहां थूक रहे हैं। सुरक्षित दूरी और मास्क लगाने की अपील भी बेअसर सी है।
सोमवार को बाजार के हालात देख और संक्रमण के फैलने के खतरे के मद्देनजर ईस्टर्न बिहार चेंबर आफ कामर्स इंडस्ट्रीज का शिष्टमंडल महासचिव रोहित झुनझुनवाला के नेतृत्व में जिलाधीश से मिला है। उन्होंने जिलाधिकारी से मांग की कि कोरोना से बचाव के एहतियात का पालन नहीं करने वालों पर जुर्माना लगाया जाए।
जिलाधीश को ज्ञापन सौंपने वालों में शरद सलारपुरिया, पुनीत चौधरी, मनीष बुचासिया, अभिषेक जैन भी साथ थे। चैंबर की मांग है कि बाजार में पुलिस बल की समुचित तैनाती हो जो इधर-उधर थूकने वालों को पकड़े व रोके। मास्क न लगाने वालों और सुरक्षित दूरी का पालन नहीं करने वालों पर जुर्माना लगाया जाए। जिलाधीश ने इन बातों पर गौर करने का भरोसा दिलाया है।
सूबे के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने बताया कि राज्य में ढाई हजार से ज्यादा मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए हैं। मृतकों का आंकड़ा 41 है जो दूसरे राज्यों के मुकाबले काफी कम है। भागलपुर जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कालेज अस्पताल का आंकड़ा बताता है कि यहां ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 80 फीसद से ज्यादा है। राज्य के पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र कुमार बताते है कि पहली पूर्णबंदी से अब तक सूबे में 12780 वाहनों को जब्त किया है और तीन करोड़ 26 लाख रुपए बतौर जुर्माना वसूला गया है।
कोरोना से लड़ने में एहतियात नहीं बरतने पर सामाजिक कार्यकर्ता प्रकाश चंद्र गुप्ता, अशोक जीवराजका, वकील कौशल किशोर पांडे, हरि प्रसाद शर्मा, विप्र फाउंडेशन के बिहार प्रदेश अध्यक्ष जगदीश मिश्रा पप्पू कहते हंै कि जरूरत पड़े तो कानून उल्लंघन करने वालों से कड़ाई से पेश आना चाहिए। सौंदर्य प्रसाधन बेचने वाले सतीश बाजोरिया के अनुसार महिलाएं तो मास्क लगाती ही नहीं हैं। सेनिटाइजर से हाथ धोने को भी मजाक समझती हैं। कई दफा बोलने पर हाथ धोती है। ऐसे में संक्रमण कौन ले कर आ रहा है, पता नहीं।

