उत्तर प्रदेश में सीसामऊ विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार नसीम सोलंकी मुश्किल में फस गई हैं। मंदिर में पूजा करने के मामले में उनके खिलाफ ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने फतवा दिया है।
बताना होगा कि सीसामऊ विधानसभा सीट से 2022 के विधानसभा चुनाव में नसीम सोलंकी के पति इरफान सोलंकी ने जीत दर्ज की थी। इरफान सोलंकी को आगजनी के एक मामले में 7 साल कैद की सजा सुनाए जाने के बाद विधानसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इस वजह से यह सीट खाली हुई है।
उत्तर प्रदेश में इन दिनों विधानसभा की 9 सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव को लेकर तमाम उम्मीदवार जोर-शोर से जनसंपर्क में जुटे हुए हैं। इन सभी नौ विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को वोटिंग होगी जबकि नतीजों का ऐलान 23 नवंबर को होगा।
इन 9 सीटों पर हो रहा है उपचुनाव
विधानसभा सीट का नाम | संबंधित लोकसभा |
कटेहरी | अंबेडकर नगर |
मझवां | मिर्जापुर |
मीरापुर | मुजफ्फरनगर |
सीसामऊ | कानपुर नगर |
करहल | मैनपुरी |
फूलपुर | प्रयागराज |
खैर | अलीगढ़ |
कुंदरकी | मुरादाबाद |
गाजियाबाद | गाजियाबाद |
क्या है पूरा मामला?
पूरा मामला यह है कि नसीम सोलंकी का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें वह शिवलिंग पर जल और फूल चढ़ाती हुई दिखाई दे रही हैं। इस दौरान उन्होंने मंदिर में दिया भी जलाया। उनके इस वीडियो के सामने आने के बाद मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन का एक वीडियो वायरल हो रहा है। मौलाना का कहना है कि उनसे यह सवाल पूछा गया है कि महिला के द्वारा मंदिर में पूजा करने और जल चढ़ाने के मामले में शरीयत क्या कहती है?
मौलाना ने कहा है कि शरीयत के मुताबिक इस्लाम में मूर्ति पूजा पूरी तरह मना है। कोई भी शख्स चाहे वह महिला हो या पुरुष शरीयत की नजर में उसके द्वारा ऐसा करना गलत है। मौलाना ने कहा कि ऐसी महिला को तौबा करना चाहिए और आइंदा भविष्य में कभी भी ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे उसका ईमान खतरे में आए। उन्होंने कहा कि ऐसी महिला को दोबारा से कलमा भी पढ़ना चाहिए।
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हर धर्म का सम्मान करती हूं: नसीम सोलंकी
इस मामले में विवाद बढ़ने के बाद नसीम सोलंकी ने जी न्यूज से बातचीत में कहा है कि वह हर धर्म का सम्मान करती हैं। उन्हें दिवाली के मौके पर मंदिर में बुलाया गया था और तभी वह वहां पहुंची थीं। नसीम सोलंकी ने कहा कि मंदिर में जाने के बाद वह गुरुद्वारे भी गई थीं और आने वाले कुछ दिनों में चर्च में भी उनका कार्यक्रम हो सकता है। नसीम सोलंकी ने कहा कि किसी भी धर्म का सम्मान करने और उनके धर्मस्थल जाने में उन्हें कोई परेशानी नहीं है।
इस मामले को लेकर विवाद इसलिए ज्यादा बढ़ गया है क्योंकि मंदिर के पुजारियों ने इसका शुद्धिकरण किया है और हरिद्वार से गंगाजल मंगाकर पूरे मंदिर और शिवलिंग को धोया गया है।
सीसामऊ में है समाजवादी पार्टी का दबदबा
नसीम सोलंकी के ससुर हाजी मुश्ताक सोलंकी भी विधायक रहे थे। इरफान सोलंकी सीसामऊ सीट से लगातार तीन बार विधायक बन चुके हैं। सीसामऊ सीट पर समाजवादी पार्टी का दबदबा रहा है लेकिन इस बार बीजेपी इस सीट को जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही है। बीजेपी कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि इस बार सीसामऊ में हार का सिलसिला टूटेगा।
बीजेपी से सुरेश अवस्थी, बसपा से वीरेंद्र कुमार भी पूरे दम-खम के साथ चुनाव लड़ रहे हैं।
बताना होगा कि उपचुनाव में सपा सभी 9 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। दूसरी ओर बीजेपी 8 सीटों पर और एक सीट पर उसकी सहयोगी रालोद चुनाव लड़ रही है।