विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को कहा है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में भारत को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। विदेश मंत्री की इस टिप्पणी को अमेरिका के उन आरोपों के संदर्भ में देखा जा रहा है जिनमें यह कहा गया है कि भारत रूस से कच्चा तेल खरीदकर मॉस्को की मदद कर रहा है।
जयशंकर ने X पर पोस्ट किया, “आज फिनलैंड के विदेश मंत्री के साथ टेलीकॉन्फ्रेंस हुई। हमारी चर्चा यूक्रेन संघर्ष और उसके नतीजों पर केंद्रित रही। इस संदर्भ में भारत को अनुचित रूप से निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए। हमने हमेशा बातचीत और कूटनीति की वकालत की है।”
जयशंकर की यह टिप्पणी ऐसे समय में सामने आई है जब अमेरिका ने भारत पर रूस से तेल खरीदने को लेकर एडिशनल 25% टैरिफ लगा दिया है। भारत अमेरिका के द्वारा लगाए गए कुल 50 प्रतिशत टैरिफ का सामना कर रहा है। भारत ने वाशिंगटन के इस फैसले की कड़ी आलोचना की है और टैरिफ को पूरी तरह गलत बताया है।
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पिछले हफ़्ते मॉस्को में जयशंकर ने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ एक संयुक्त प्रेस वार्ता में अमेरिका के इस कदम पर सवाल उठाया था।
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व्हाइट हाउस के व्यापार सलाहकार पीटर नवारो ने कुछ दिन पहले कहा था कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय वस्तुओं पर लगाए गए टैरिफ का उद्देश्य भारत द्वारा तेल खरीद से रूस को मिल रही आर्थिक मदद को रोकना भी है।
अमेरिका भारत से इस बात के लिए नाराजगी जता रहा है कि वह रूस से तेल खरीद रहा है लेकिन वह चीन की आलोचना नहीं करता जो रूस से सबसे ज्यादा तेल खरीदता है।
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