विपक्षी इंडिया गठबंधन ने आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी को आधिकारिक तौर पर अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसकी घोषणा की। सुदर्शन रेड्डी ने विपक्षी दलों द्वारा उम्मीदवार बनाए जाने के बाद खुशी जाहिर की है।
एनडीटीवी से बात करते हुए, रेड्डी ने कहा, “मेरा काम अपनी उम्मीदवारी पेश करना और सभी सांसदों से मेरी उम्मीदवारी पर विचार करने की अपील करना है। कोई भी किसी भी चुनाव के नतीजे की भविष्यवाणी नहीं कर सकता। मैं भविष्यवाणियों या ज्योतिष में नहीं पड़ता।” जब उनसे यह सवाल किया गया कि क्या वह इस चुनाव को दक्षिण बनाम दक्षिण के मुकाबले के रूप में देखते हैं तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा, “संयोग से हम दोनों दक्षिण से हैं। भारत एक है। हम पहले भारतीय हैं और अंत में भारतीय हैं।”
सुदर्शन रेड्डी की शिक्षा-दीक्षा
कब होगा उपराष्ट्रपति चुनाव?
9 सितंबर 2025 को होने वाला उपराष्ट्रपति चुनाव पिछले महीने जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद हो रहा है। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 अगस्त है और इस चुनाव में संसद के दोनों सदनों के सांसद संविधान के अनुच्छेद 66(1) में दिए गए आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के तहत अपने वोट डालेंगे।
क्या कहता है संख्याबल?
अब आंकड़ों पर गौर करें तो उपराष्ट्रपति चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन को बढ़त मिलती हुई नजर आ रही है। उपराष्ट्रपति का चुनाव लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों वाले एक निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है। इस समय निर्वाचक मंडल में 782 सदस्य हैं। इसका मतलब है कि जीतने वाले पक्ष के पास कम से कम 392 वोट होने चाहिए। एनडीए के पास लोकसभा में 293 और राज्यसभा में 133 सीटें हैं। संख्याबल के हिसाब से बीजेपी आसानी से सीपी को उपराष्ट्रपति के पद पर काबिज कर सकती है। कौन हैं सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज बी सुदर्शन रेड्डी? उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के उम्मीदवार