ईडी ने शुक्रवार को राबर्ट वाड्रा के कुछ नजदीकी सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की। एएनआई के अनुसार, इस छापेमारी के दौरान ईडी को कुछ अहम सबूत हाथ लगे हैं। सूत्रों के अनुसार, छापेमारी के दौरान ईडी को राबर्ट वाड्रा की विदेशों में भी संपत्ति होने के सबूत मिले हैं। राबर्ट वाड्रा की भारत के अलावा लंदन में संपत्ति होने की बात की जा रही है। रॉबर्ट वाड्रा यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद हैं। वहीं कांग्रेस ने ईडी की इस छापेमारी को राजनीति से प्रेरित बताया और मोदी सरकार पर निशाना साधा है। ईडी ने दिल्ली, एनसीआर और बेंगलुरु के 6 ठिकानों पर छापेमारी की। ये छापेमारी यूपीए सरकार के कार्यकाल में हुई डिफेंस डील में कथित कमीशन के आरोपों में हुई थीं। सूत्रों के अनुसार, डिफेंस डील के कमीशन में मिले इन पैसों को विदेशों की प्रॉपर्टी में निवेश किया गया है।
बता दें कि साल 2016 में आईटी डिपार्टमेंट ने डिफेंस डीलर संजय भंडारी और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के अनुसार, आईटी विभाग के सूत्रों का दावा है कि छापेमारी के दौरान उन्हें राबर्ट वाड्रा और उनके सहयोगियों को भेजे गए कुछ ईमेल मिले, जिनमें लंदन के एक फ्लैट को लेकर कुछ बातें की गईँ थीं। हालांकि राबर्ट वाड्रा और उनके सहयोगियों ने संजय भंडारी के साथ किसी भी तरह के संबंध होने से इंकार किया है। राबर्ट वाड्रा के खिलाफ इससे पहले राजस्थान के बीकानेर में जमीन खरीद के मामले और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की भी ईडी द्वारा जांच की जा रही है।
ED Sources: Evidence found during searches leading to properties being owned by Robert Vadra abroad. Properties found are in London and in India.
— ANI (@ANI) December 8, 2018
ईडी सूत्रों के अनुसार, स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी केस में राबर्ट वाड्रा विभाग द्वारा भेजे गए 2 समन के बावजूद जांच अधिकारी के सामने पेश नहीं हुए हैं। कानून के तहत ईडी के पास पॉवर है कि यदि आरोपी समन भेजे जाने के बावजूद जांच अधिकारी के सामने पेश नहीं हो रहा है तो वह उसकी कस्टडी की मांग भी कर सकते हैं। वहीं डिफेंस डील के मामले में शुक्रवार को ईडी ने राबर्ट वाड्रा के सहयोगी जगदीश शर्मा के ठिकानों पर छापेमारी की। जगदीश शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ‘रॉबर्ट वाड्रा को फंसाया जा रहा है। मोदी सरकार रॉबर्ट वाड्रा को फंसाने की कोशिश कर रही है।’

