दिल्‍ली-एनसीआर और श्रीनगर में सोमवार दोपहर करीब 1.30 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। झटके पाकिस्‍तान और ताजिकिस्‍तान के कुछ इलाकों में भी महसूस किए गए। टीवी रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि दिल्‍ली-एनसीआर में भूकंप का सबसे ज्‍यादा असर पूर्वी दिल्‍ली, गाजियाबाद और नोएडा में देखने को मिला। इन तीनों जगहों से अभी तक किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है। USGS के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 7.2 थी और इसका केंद्र हिंदू-कुश रीजन में बताया जा रहा है।‘द एक्‍सप्रेस ट्रिब्‍यून’ की रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप का असर सबसे ज्‍यादा मलकंद, स्‍वात और मिंगोरा में देखने को मिला है। पाकिस्‍तान में 26 अक्‍तूबर को भी भूकंप का आया था, जिसका केंद्र हिंदू-कुश में ही था। उस भूकंप की तीव्रता  7.5 बताई गई थी। भूकंप के कारण पाकिस्‍तान में करीब 260 लोगों की मौत हो गई थी।

भूकंप आने पर क्‍या करें: सबसे पहले खुले मैदान की तरफ पहुंचें, किसी भी मकान या इमारत के नीचे खड़े न हों। लिफ्ट के बजाय सी‍ढ़ि‍यों से नीचे उतरें, बाहर निकलना मुमकिन नहीं हो तो मेज के नीचे छिप जाएं। बिजली का स्विच ऑफ करें। मकान के कोने तक पहुंचें, वह हिस्‍सा ज्‍यादा मजबूत होता है।

क्यों आता है भूकंप?: पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं जो लगातार घूम रही हैं। जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है। बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं। जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं। नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है। डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है।

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