दिल्ली-एनसीआर में शनिवार (2 फरवरी) की शाम छह बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 5.7 मापी गई। हालांकि, इस भूकंप से किसी तरह की जानमाल की क्षति की खबर सामने नहीं आयी है। अपने घरों और कार्यालय में बैठे लोगों ने हल्का झटका महसूस होने की बात कही। भूकंप की जानकारी देने वाली संस्था ईएमएससी के अनुसार, इसकी तीव्रता 5.7 थी और इसका केंद्र अफगानिस्तान के हिंदू कुश क्षेत्र में था। भूकंप की वजह से पाकिस्तान के इस्लामाबाद, पेशावर, भारत के श्रीनगर, नई दिल्ली और इसके आसपास इलाके में रहने वालो लोगों ने झटके महसूस किए।
वहीं, महाराष्ट्र में पालघर जिले के कई गांवों में हाल में आये भूकंप के कारण बढ़ते डर की भावना के बीच दो तालुक को हाई अलर्ट किया है और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) को राहत कार्य में शामिल किया है।अधिकारियों के मुताबिक, प्रशासन दहानु और तलसारी तालुक के निवासियों का डर खत्म करने के लिए उन तक पहुंच रहे हैं और उनके लिए अस्थायी शिविरों का निर्माण कर रहे हैं। दरअसल, क्षेत्र में नवंबर से कम तीव्रता के भूकंप के झटके आ रहे हैं। सिर्फ शुक्रवार को ही रिक्टर पैमाने पर तीन और 4.1 की तीव्रता के बीच के कम से कम छह भूकंप के झटके आए। इसके कारण निवासियों में घबराहट का माहौल है।
Map of the testimonies received so far following the #earthquake M5.7 in Hindu Kush Region, Afghanistan 48 min ago pic.twitter.com/v5AAYRI1Av
— EMSC (@LastQuake) February 2, 2019
पालघर जिला कलेक्टर प्रशांत नरनावरे ने शनिवार को बताया, ‘‘प्रशासन ने दहानु और तलसारी तालुकों को हाई अलर्ट पर रखा है। ग्रामीणों को इसके बारे में जानकारी देने के लिए एनडीआरएफ की एक टीम पहुंच गई है।’’ उन्होंने बताया कि उप संभागीय अधिकारी ग्राम सेवकों और गांव के सरपंचों के साथ भूकंप आने के दौरान ग्रामीणों को क्या करने और क्या नहीं करने के बारे में बताने के लिए बैठकों का आयोजन कर रहे हैं। नरनावरे के मुताबिक, दोनों तालुकों में 42 स्थानों की पहचान की गई है जहां टेंट लगाए जाएंगे। (भाषा इनपुट के साथ)

