वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर तनाव कम करने की दिशा में विस्थापन की धीमी प्रक्रिया को जारी रखते हुए, चीनी और भारतीय सैनिकों ने बुधवार (08 जुलाई) को लद्दाख क्षेत्र में एक और संघर्ष वाले बिंदु से कदम पीछे खींच लिए। दोनों पक्षों ने विवाद के हल के लिए कूटनीतिक और सैन्य स्तरों पर कोशिशों और अधिक बैठकों के लिए अपने को तैयार किया है।
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि हॉट स्प्रिंग्स सेक्टर के संघर्ष बिंदु PP15 से दोनों देश की सेना 2-2 किलोमीटर पीछे हट गई है। इससे पहले चीनी सैनिकों ने अपने टेंट उखाड़े और वहां रखे सारे साजो सामान गाड़ी में लादकर वापस लौट गए। सिक्योरिटी इस्टैबलिशमेंट ऑफिसर ने बताया कि सैन्य टुकड़ी वापसी के लिए PP15 में भी वही फार्मूला अपनाया गया जो PP14 में अपनाया गया था।
सैन्य अधिकारी ने कहा, “प्रगति अच्छी है। दोनों बल वाहनों और संरचनाओं के साथ वापस जा रहे हैं। इस शाम (बुधवार) के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया था और ऐसा लगता है कि यह हासिल होने जा रहा है।” अधिकारी ने कहा कि प्रगति का पूरी तरह से आकलन करने के लिए गुरुवार को एक सत्यापन होगा।
उन्होंने बताया, “यहां भी दोनों सेनाएं 1.8-2 किमी पीछे हटेंगी और फिर आगे पीछे सैनिकों के जमावड़े के लिए 30-50 फार्मूले का पालन करेंगी। अगले आदेश तक कोई गश्त नहीं होगी। दोनों देशों के बीच विशेष प्रतिनिधि-स्तरीय वार्ता के बाद से प्रगति अच्छी रही है।”
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7 जुलाई को चीनी सैनिक PP14 से 1.8 किमी पीछे हटे थे। उस स्थान पर 30 से ज्यादा सैनिक अस्थाई टेंट में नहीं रहेंगे। इस रेखा से एक किलोमीटर पीछे 50 से ज्यादा सैनिकों की तैनाती नहीं हो सकेगी। इसके पीछे सेना अपनी टुकड़ी तैनात कर सकती है।
सैन्य अधिकारी के मुताबिक, सैनिकों की ताकत में कुछ कमी बुधवार को गोगरा के पीपी 17 ए में तीसरे प्रमुख गतिरोध स्थल पर भी देखी गई थी, लेकिन दोनों पक्षों के बीच वहां भी आंख-मिचौली की स्थिति बनी रही। हालांकि, यह अपेक्षित है। अधिकारी ने कहा कि PP17A से भी सैनिकों की वापसी एक या दो दिन में हो सकती है।