दीमापुर में भीड़ द्वारा जेल से खींचकर बलात्कार के एक आरोपी की पीटकर हत्या करने के मामले में कम से कम 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं हत्या के इस मामले में असम के विभिन्न हिस्सों में आज भी विरोध प्रदर्शन जारी है। पुलिस ने कहा कि इस घटना की मोबाइल वीडियो क्लिपिंग के आधार पर गिरफ्तारियां की गई है।
करीमगंज समेत असम के विभिन्न हिस्सों में पीटकर की गई हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की खबरें आई है और किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए सख्त नजर रखी जा रही है।
बलात्कार के आरोपी सैयद फरीद खान के शव को कल उसके गृह शहर करीमगंज ले जाया गया जब नगालैंड के अधिकारियों ने इसे सुपूर्द किया। खान को दीमापुर में एक महिला से बलात्कार करने के आरोप में 24 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था और उसे अगले दिन दीमापुर केंद्रीय कारागार में न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।
पांच मार्च को भीड़ ने जेल तोड़कर उसे बाहर निकाला और नंगे करके पीटायी की और पत्थरों से मारा और घसीटा। इसके कारण घायल होने से उसकी मौत हो गई।
इंटरनेट और एसएमएस सेवाएं अवरुद्ध:
दीमापुर में बलात्कार के आरोपी को पीट-पीट कर मार दिए जाने की घटना से जुड़े वीडियो इंटरनेट पर आ जाने के बाद नागालैंड सरकार ने कल रात से राज्य में 48 घंटे के लिए इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया। इस अवधि के लिए इंटरनेट को अवरुद्ध कर दिए जाने का सरकार का यह आदेश आज स्थानीय अखबारों में प्रकाशित हुआ।
अखबारों ने कहा कि सरकार ने मोबाइल सेवा प्रदाताओं को एसएमएस और एमएमएस सेवाएं भी अवरुद्ध करने के निर्देश जारी कर दिए। सरकारी आदेश में कहा गया कि पीट-पीटकर मार दिए जाने से जुड़े वीडियो का प्रसार हो रहा है और ऐहतियात के तौर पर यह कदम उठाया गया है।
इसी बीच पिछले दो दिन से दीमापुर में जारी निषेधाज्ञा आदेशों में आज सुबह ढील दी गई, जिसके बाद लोग गिरिजाघर में प्रार्थना में शामिल हो सके। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि निषेधाज्ञा आदेश दोपहर तीन बजे से मध्यरात्रि तक लागू रहेंगे।