Ladki Bahin Yojana Devendra Fadnavis: महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की अगुवाई वाले महायुति गठबंधन को मिली बड़ी जीत का क्रेडिट लड़की बहिन योजना को दिया गया था। लेकिन आप यह जानकर हैरान होंगे कि देवेंद्र फडणवीस की सरकार इस योजना के कुछ लाभार्थियों से पैसे वापस लेने जा रही है। इसे लेकर शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
बताना होगा कि लड़की बहिन योजना के तहत 21 से 65 साल की उम्र की ऐसी महिलाओं को 1,500 रुपये प्रति माह दिए जाते हैं, जिनके परिवार में वार्षिक आय 2.5 लाख रुपये से कम है।
सरकार ऐसा क्यों कर रही है?
सवाल यह है कि महायुति की सरकार ऐसा क्यों कर रही है? देवेंद्र फडणवीस की सरकार ऐसी महिलाओं का पता लगा रही है जिन्होंने अपात्र होने के बावजूद इस योजना का फायदा उठाया है। शनिवार को शिरडी में पत्रकारों के बातचीत के दौरान महाराष्ट्र की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री अदिति तटकरे ने कहा, “हम क्रॉस-वेरिफिकेशन की प्रोसेस शुरू कर रहे हैं। जो महिलाएं इस योजना के तहत पात्र नहीं हैं और फिर भी इस योजना का लाभ उठा रही हैं, उनसे पैसे वापस करने को कहा जाएगा।”
तटकरे अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी की नेता हैं। उन्होंने बताया, “5 इलाकों में क्रॉस वेरिफिकेशन किया जा रहा है। ढाई लाख रुपए से ज्यादा की सालाना इनकम वालों की जांच की जा रही है। सरकार को ऐसी भी शिकायतें मिली हैं कि जिन महिलाओं के पास चार पहिया गाड़ी है उन्होंने भी इस योजना का फायदा उठाया है। कई ऐसी विवाहित महिलाएं हैं जो महाराष्ट्र के बाहर रहती हैं, वह भी इस योजना का फायदा उठाने वालों में शामिल हैं।” मंत्री ने बताया कि इसके अलावा कुछ महिलाओं ने दो अलग-अलग सरकारी योजनाओं का फायदा उठाया है।
कुछ महिलाओं ने खुद ही वापस किए पैसे: तटकरे
फडणवीस सरकार की मंत्री ने कहा कि कुछ महिलाएं ऐसी भी हैं जो खुद आगे आई हैं और उन्होंने पैसे वापस करने शुरू कर दिए हैं। उन्होंने ऐसी महिलाओं को धन्यवाद दिया क्योंकि वह महिलाएं इस योजना के लिए पात्र नहीं थी और उन्होंने ईमानदारी दिखाई। मंत्री ने बताया कि ऐसी महिलाओं की संख्या 4000 के आसपास है।
मंत्री ने बताया कि इस मामले में की जा रही क्रॉस वेरिफिकेशन की प्रक्रिया को आगे भी जारी रखा जाएगा और जो भी पैसा लौटाया जा रहा है, उसे सरकारी खजाने में डाल दिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि सरकार वाकई पैसे वापस ले रही है और हम इस मामले में वित्त और योजना विभाग के संपर्क में हैं।
मंत्री ने ऐसी सभी महिलाओं से अपील की कि अगर वे इस योजना के तहत पात्र नहीं हैं और फिर भी उन्होंने योजना का फायदा लिया है तो वह आगे आकर पैसे वापस करें।
एनसीपी (शरद पवार) ने कहा- करेंगे विरोध
आदिति तटकरे के बयान को लेकर एनसीपी (शरद पवार) के प्रवक्ता महेश तापसे ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। तापसे ने कहा कि उनकी पार्टी महायुति की सरकार को महिलाओं का अपमान नहीं करने देगी। उन्होंने कहा, सरकार ने पहले बिना जांच के ही पैसे बांट दिए और ऐसा जानबूझकर और महिलाओं के वोट हासिल करने के लिए किया गया। अब जब सरकार बन गई है तो महिलाओं के साथ ऐसा सूलूक किया जा रहा है। यह उनके साथ अन्याय है और हमारी पार्टी इसका विरोध करेगी।
एनसीपी (शरद पवार) की नेता विद्या चव्हाण ने इस मामले में विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इस योजना से महाराष्ट्र में फायदा उठाने वाली ढाई करोड़ महिलाओं में से लगभग 65 लाख महिलाएं ऐसी हैं जो अपात्र होंगी। अगर सरकार महिलाओं के वोट लेने और सरकार बनाने के बाद इतनी बड़ी संख्या में महिलाओं को अपात्र घोषित करती है तो हम सड़क पर उतरकर इसका जोरदार विरोध करेंगे।
महायुति को मिली थी प्रचंड जीत
बताना होगा कि महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में महायुति को प्रचंड जीत मिली थी। महाराष्ट्र की 288 सीटों में से महायुति गठबंधन को 230 सीटों पर जीत मिली है। महायुति में शामिल बीजेपी ने 132 सीटें जीती हैं जबकि उसके सहयोगी दलों – एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने 57 और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी ने 41 सीटें जीती हैं। जबकि महा विकास अघाड़ी (MVA) को भारी झटका लगा। शिवसेना (यूबीटी) को 20, कांग्रेस को 16 और एनसीपी (शरद पवार गुट) को केवल 10 सीटें मिलीं।
यह साफ दिख रहा है कि आने वाले दिनों में महाराष्ट्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच लड़की बहिन योजना को लेकर जबरदस्त संघर्ष देखने को मिल सकता है।
‘UCC लागू होने के अगले दिन ही चले जाएंगे कोर्ट…’, मुस्लिम संगठनों के विरोध को लेकर क्लिक कर पढ़िए पूरी खबर।