दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 10 दिनों के विपश्यना ध्यान शिविर में हिस्सा लेने के लिए सोमवार को हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला पहुंचे. धर्मशाला पहुंचते ही केजरीवाल ने गुजरात की सीएम आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे की पेशकश पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, “आनंदीबेन का इस्तीफा गुजरात में आम की भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई की जीत.” केजरीवाल के धर्मशाला पहुंचने पर आम आदमी पार्टी के राज्य समन्वयक डॉक्टर राजन सुशांत और अन्य पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. विपश्यना केंद्र जाने से पहले केजरीवाल थोड़ी देर के लिए राज्य के अतिथि गृह में रुके. सीएम होने के नाते वो किसी दूसरे में निजी यात्रा के दौरान भी सरकारी अतिथि गृह का प्रयोग कर सकते हैं.

विपश्यना केंद्र के सूत्रों के अनुसार केजरीवाल ने करीब एक महीने पहले शिविर के लिए नामांकन कराया था. ध्यान शिविर के दौरान वो टीवी, मोबाइल और अन्य मीडिया से दूर रहेंगे. उन्हें यहां मौन भी रखना होगा. विपश्यना केंद्र के संचालक ने बताया, “दूसरों की तरह केजरीवाल को भी नियमों का पालन करना होगा. प्रतिभागियों को यहां एक दूसरे से बातचीत की अनुमति नहीं है. वो केवल नियत समय में अपने शिक्षकों के सामने अपनी जिज्ञासाएं रख सकते हैं.”

मैकलॉयडगंज के नजदीक धरमकोट में स्थित इस विपश्यना केंद्र में सभी प्रतिभागियों को शिविर के दौरान सुबह 4 बजे उठना होता है. उसके बाद वो 4.30 से 9.30 बजे तक ध्यान करते हैं.एसएन गोयनका द्वारा स्थापित इस केंद्र में बौद्ध ध्यान पद्धति विपश्यना का अभ्यास किया जाता है.

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