प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को 500 और 1000 रुपए के नोट बंद करने की घोषणा की और उसके अगले दिन अखबारों में कैश फ्री ऐप्स के फुल विज्ञापन देखने को मिले। पेटीएम, फ्रीचार्ज, ओला और स्लैपडील ने कैश फ्री ट्रांजेक्शन के फुल पेज विज्ञापन दिए हैं। पेटीएम ने तो अपने विज्ञापन में नरेंद्र मोदी की तस्वीर तक दी है। रिलायंस ने भी अपनी जियो स्कीम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर का इस्तेमाल किया था। पीएम मोदी की पुराने नोट बंद करने की घोषणा के 24 घंटे के भीतर ही पेटीएम को काफी फायदा हुआ है। पेटीएम के ई-वैलेट में पैसे डालने में 1000 फीसदी का इजाफा हुआ है। इसके बाद से इस पर सवाल उठने लगे। सोशल मीडिया यूजर्स ने पूछा है कि क्या पीएम मोदी भ्रष्टाचार मुक्त भारत के लिए पेटीएम का ऐड कर रहे हैं।

वीडियो में देखें- नोट बंद करने के फैसले को लेकर पीएम मोदी पर बरसे केजरीवाल, PayTm के एड में फोटो लगने पर भी पूछा सवाल

 

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी इस पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने अपने टि्वटर अकाउंट पर लिखा है, ‘पीएम मोदी की घोषणा से सबसे ज्यादा फायदा पेटीएम को हुआ है। अगले दिन पीएम की तस्वीर विज्ञापनों में देखने को मिली। मिस्टर पीएम, डील क्या है?’ वहीं दूसरी ट्वीट में केजरीवाल ने लिखा है, ‘बिलकुल शर्मनाक। क्या लोग चाहते हैं कि उनके पीएम प्राइवेट कंपनियों के लिए मॉडलिंग करें। कल को ये कंपनियां कुछ गलत करती हैं तो इनके खिलाफ कौन कार्रवाई करेगा?’

बता दें, पीएम मोदी ने मंगलवार शाम को घोषणा की थी कि 500 और एक हजार रुपए के नोट बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही कहा था कि लोग अपने पुराने नोट 31 दिसंबर तक बैंकों में जाकर बदल सकते हैं या फिर अपने अकाउंट में जमा करा सकते हैं। इसके साथ ही 2000 रुपए का नया नोट जारी किया गया था। गुरुवार को आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने घोषणा की कि जितने भी नोट बंद किए गए हैं, उन्हें नए रंग और डिजाइन के साथ मार्केट में दोबारा से लाया जाएगा।

वीडियो में देखें- 500 और 1000 रुपए के नोट बंद- मोदी सरकार के फैसले पर क्‍या सोचती है जनता