maharashtra elections 2019: चुनाव आयोग (ईसी) ने गुरुवार को 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी मुंबई प्रमुख मंगल प्रभात लोढ़ा और शिवसेना उम्मीदवार पांडुरंग सकपाल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। मुंबादेवी उम्मीदवार सकपाल के समर्थन में आयोजित रैली में, लोढ़ा ने दंगों और आतंकी हमलों के पिछले उदाहरणों का जिक्र करते हुए एक भाषण दिया था, जिसमें दावा किया गया था कि इस्तेमाल किए गए बम और गोलियों को “5 किमी के भीतर गलियों में” बनाया गया था। लोढ़ा जहां भाषण दे रहे थे वह निर्वाचन क्षेत्र एक बड़ी मुस्लिम आबादी वाला है।
मुंबादेवी रिटर्निंग ऑफिसर विश्वास गुजर ने सुओ मोटो लेते हुए नोटिस जारी कर लोढ़ा के भाषण पर प्रतिक्रिया मांगी है। गूजर ने कहा कि बैठक शाम 5 से 10 बजे के बीच मुंबादेवी के कुंभारवाड़ा में हुई थी वहां मौजूद ईसी की टीम ने भाषण को रिकॉर्ड किया था। उन्होंने कहा कि रिकॉर्डिंग के आधार नोटिस जारी किया गया है। गूजर ने कहा कि जल्द से जल्द जवाब मांगा गया है और भविष्य की कार्रवाई के बारे में 48 घंटे के भीतर फैसला लिया जाएगा।
लोढ़ा ने 1992 के दंगों और बाद में हुए विस्फोटों के बारे में बात करते हुए दावा किया कि इस्तेमाल किए गए बम रैली स्थल से 5 किमी के भीतर गलियों में निर्मित किए गए थे। लोढा ने कांग्रेस उम्मीदवार और निवर्तमान विधायक अमीन पटेल पर निशाना साधते हुए मतदाताओं के एक वर्ग के बारे में भी टिप्पणी की। उन्होंने दावा किया कि मौजूदा विधायक, अमीन पटेल, “एक विशेष समुदाय” के हितों को देखते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनके वोट के साथ जो व्यक्ति चुनकर आएगा वो आने वाले समय में आपका क्या ध्यान रखेगा?
लोढ़ा मुंबादेवी से शिवसेना उम्मीदवार पांडुरंग सकपाल के समर्थन में बोल रहे थे। आम आदमी पार्टी ने कहा कि वह टिप्पणी को आचार संहिता के नियमों का गंभीर उल्लंघन बताते हुए चुनाव आयोग से औपचारिक शिकायत दर्ज कराएगी। एक बयान में, पार्टी ने कहा कि टिप्पणियां “भड़काऊ भाषण” है और इसके खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए।