बुधवार को देश के पूर्वी तटों पर आए चक्रवाती तूफान यास की चपेट में आने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई (ओडिशा में 3, बंगाल में 1)। स्थानीय सूत्रों का हवाला देते हुए, समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि दो लोगों की मौत हो गई – ओडिशा के क्योंझर और बालासोर में – एक-एक पेड़ गिरने से, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। मयूरभंज में एक और बुजुर्ग महिला की घर गिरने से मौत हो गई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि एक व्यक्ति की मौत हुई है।
अति भीषण चक्रवाती तूफान ‘यास’ बुधवार सुबह ओडिशा के तट से टकराया। मौसम विभाग के मुताबिक, ओडिशा में सुबह करीब 9 बजे लैंडफॉल शुरू हो गया था। 155 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली हवाओं के बीच चक्रवात ने ओडिशा में करीब 4 घंटे तक कहर ढाया। हालांकि, अब यह तूफान धीरे-धीरे ओडिशा से आगे बढ़ रहा है। बताया गया है कि यास की तीव्रता भी कम हो गई है। हालांकि, इसके बावजूद इस चक्रवात का असर पूर्वोत्तर में असम, सिक्किम और मेघालय तक रहेगा।
मौसम विभाग का कहना है कि यास सबसे पहले धामरा बंदरगाह के उत्तर और बालासोर जिले के दक्षिण की तरफ टकराया। इसके बाद तटीय इलाकों में 140 से 155 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने लगीं। इस चक्रवात के चलते जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालासोर, कटक, धेनकनल में बेहद भारी बारिश (200 मिमी से ज्यादा) होने की संभावना है। इसके अलावा पुरी, खुर्दा, अंगुल, देवगढ़, सुंदरगढ़ जिले में भी भारी बारिश होगी।
दूसरी तरफ यास का असर अभी से बंगाल में दिखना शुरू हो गया। यहां पूर्वी मिदनापुर में न्यू दीघा सी बीच के करीब इतनी ऊंची लहरें उठीं कि समुद्र का पानी लोगों के घर में घुस गया। दूसरी तरफ चक्रवात की वजह से असम और मेघालय तक में भारी गरज के साथ बारिश होने का अनुमान है। इसके चलते पूर्वोत्तर के राज्यों में ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है।
बुधवार को देश के पूर्वी तटों पर आए चक्रवाती तूफान यास की चपेट में आने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई (ओडिशा में 3, बंगाल में 1)। स्थानीय सूत्रों का हवाला देते हुए, समाचार एजेंसी पीटीआई ने बताया कि दो लोगों की मौत हो गई - ओडिशा के क्योंझर और बालासोर में - एक-एक पेड़ गिरने से, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। मयूरभंज में एक और बुजुर्ग महिला की घर गिरने से मौत हो गई। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि एक व्यक्ति की मौत हुई है।
ओडिशा के तट पर बुधवार सुबह लगभग नौ बजे दस्तक देने वाले चक्रवाती तूफान ‘यास’ के मध्य रात्रि तक झारखंड पहुंचने की आशंका है। चक्रवात के प्रभाव से आज सुबह से ही राज्य के अधिकतर स्थानों पर भारी वर्षा जारी है। यह जानकारी राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के एक अधिकारी ने दी।
चक्रवात यास के उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और अगले घंटे के दौरान धीरे-धीरे कमजोर होकर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है। मौसम विभाग ने एक बुलेटिन में कहा कि केंद्र के पास वर्तमान तीव्रता 80-90 किमी प्रति घंटे से लेकर 100 किमी प्रति घंटे तक है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, आज भीषण चक्रवाती तूफान यास के दौरान भी ओडिशा से तरल चिकित्सा ऑक्सीजन (एलएमओ) का परिवहन जारी रहा। एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, चार ऑक्सीजन टैंकरों को आज अंगुल से हैदराबाद और विशाखापत्तनम ले जाया गया, जबकि दो को जाजपुर से बेरहामपुर और भुवनेश्वर ले जाया गया।
अधिकारियों ने कहा कि झारखंड, जिसे हाई अलर्ट पर रखा गया था, ने आज भी निचले इलाकों को खाली करना जारी रखा है, इस पूर्वानुमान के बीच कि चक्रवात यास आधी रात तक पड़ोसी राज्य ओडिशा और पश्चिम बंगाल में दस्तक देगा।
ओडिशा के धामरा में चक्रवात 'यास' की वजह से हुई भारी बारिश और तेज हवाओं से कई पेड़ गिर जाने से रास्ते बंद हो गए हैं। NDRF और दमकल विभाग की टीम राहत कार्यों में लगी है। पेड़ों को रास्ते से हटाया जा रहा है।
मौसम विभाग ने बताया है कि अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान 'यास' अब गंभीर चक्रवाती तूफान में बदल गया है। यानी कि तूफान पहले से थोड़ा कमजोर हुआ है। शाम तक हवा की गति धीमी हो जाएगी और आधी रात तक चक्रवात ओडिशा से झारखंड की ओर रवाना हो जाएगा। हालांकि, इसका असर पूर्वोत्तर राज्यों तक भी पड़ेगा।
ओडिशा पुलिस ने बुधवार को बताया कि जगतसिंहपुर में यास चक्रवात का असर खत्म होने के बाद ओडिशा रैपिड ऐक्शन फोर्स की टीम ने सड़कों को साफ करने का काम शुरू कर दिया। इसकी कुछ फोटोज भी सामने आई हैं।
बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवातीय तूफान ‘यास’ के बुधवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर पहुंचने के अनुमान और इसके कारण हो रही मूसलाधार बारिश, आंधी के मद्देनजर झारखंड में भी सरकार पूरी सतर्कता बरत रही है। राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अमिताभ कौशल ने बताया कि तूफान से प्रभावित होने की आशंका वाले जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की आठ कंपनियां तैनात की गयी हैं। उन्होंने बताया कि पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसांवा, खूंटी, बोकारो समेत कोल्हान मंडल के अनेक क्षेत्रों के तूफान से प्रभावित होने की आशंका है, ऐसे में वहां से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
पश्चिम बंगाल में यास चक्रवात का बुरा प्रभाव जारी है। यहां पूर्व मेदिनीपुर के दीघा में तेज़ हवाओं के साथ बारिश हुई। बारिश की वजह से दीघा में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। पूर्वा मेदिनिपुर, फ्रेजरगंज और गोसाबा समेत कई जगहों पर तो घरों में ही पानी पहुंच गया। बताया गया है कि इन क्षेत्रों में दो मीटर तक लहरें उठी थीं, जिससे पानी काफी आगे तक पहुंच गया।
यास चक्रवात के ओडिशा से टकराने के बाद झारखंड में मौसम अचानक ही बदल गया। मौसम विभाग का कहना है कि झारखंड में कुछ जगहों पर जबरदस्त बारिश होगी, जबकि कल से लगभग पूरे राज्य में ही बारिश की स्थिति बनी रहेगी।
IMD के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने कहा है कि यास चक्रवात के कारण सभी हवा की गति आज रात तक रहेगी उसके बाद काफी हद तक कम हो जाएगी। आज भी उत्तर ओडिशा और तटीय ओडिशा में भारी से भारी बारिश होने की संभावना है। पश्चिम बंगाल में भी आज आइसोलेटेड भारी से बहुत भारी बारिश होगी, कल भी अंदर के ज़िलों में बारिश हो सकती है। सिक्किम में भी आज और कल आइसोलेटेड भारी बारिश से भारी बारिश हो सकती है। असम मेघालय में भी आज आइसोलेटेड भारी बारिश होने की उम्मीद है।
यास चक्रवाती तूफान के चलते मुंबई से भुवनेश्वर जाने वाली कम से कम छह फ्लाइट रद्द कर दी गई हैं। मुंबई एयरपोर्ट के पीआरओ ने कहा है कि भुवनेश्वर और कोलकाता जाने वाली कुछ फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया है। हालांकि, बाकी क्षेत्रों की फ्लाइट्स उड़ान भरती रहेंगी।
मौसम विभाग के डीजी मृत्युंजय मोहपात्रा ने बताया कि चक्रवाती तूपान यास ने अब दक्षिण बालासोर से ओडिशा को पार करना शुरू कर दिया है। यह कल सुबह झारखंड पहुंचेगा। पिछले 24 घंटे में ओडिशा में इसके कारण भारी बारिश हुई है। उत्तरी ओडिशा और तटीय ओडिशा में आज भी कड़ाके की बारिश होगी।
पश्चिम बंगाल के उत्तरी मिदनापुर में बुधवार को यास तूफान की वजह से समुद्र में ऊंची लहरें उठीं। इसके चलते समुद्र का पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया और करीब 32 लोग फंस गए। अब इन्हें बचाने के लिए सेना ने बचाव दल को उतार दिया है। सेना के एक अधिकारी ने कहा कि इसके लिए पहले से ही तैयारी है और सभी को तुरंत मदद पहुंचाने के लिए इंतजाम हैं।
ओडिशा के भद्रक ज़िले के धामरा में चक्रवाती तूफान यास की वजह से तेज हवाएं और बारिश जारी है। यास के ओडिशा से टकराने के ठीक बाद समुद्र का पानी बढ़ा है। इसके चलते कुछ रिहायशी इलाकों में भी पानी घुस गए। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवाती तूफान यास की लैंडफॉल की प्रक्रिया जारी है। इसे पूरा होने में करीब 3 घंटे का समय लगेगा।
गाल की खाड़ी से उठे चक्रवातीय तूफान ‘यास’ के बुधवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर पहुंचने के अनुमान और इसके कारण हो रही मूसलाधार बारिश, आंधी के मद्देनजर झारखंड में भी सरकार पूरी सतर्कता बरत रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में मंगलवार को हुई उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक के बाद पूर्वी सिंहभूम, बोकारो, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसांवा आदि जिलों के अनेक इलाकों में झोपड़ियों और कमजोर मकानों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।