अरब सागर से उठा साइक्लोन ‘बिपरजॉय’ अगले 6 घंटे में अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, तूफान के गुजरात तट से टकराने की संभावना नहीं है, लेकिन इसके असर से राज्य में अगले 5 दिनों के दौरान तेज हवाएं और आंधी चलने की संभावना है।

आईएमडी ने कहा कि अगले तीन दिन के दौरान उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने से पहले चक्रवाती तूफान उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ेगा। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अहमदाबाद केंद्र की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा, “चक्रवाती तूफान वर्तमान में पोरबंदर से 600 किमी दूरी पर है। इस समय चक्रवात के पोरबंदर से 200-300 किमी और नलिया (कच्छ) से 200 किमी की दूरी से गुजरने का अनुमान है। जहां तक मौजूदा पूर्वानुमान का संबंध है, इसके गुजरात तट से टकराने की आशंका नहीं है।”

मछुआरों को अगले 5 दिन समुद्र से दूर रहने की चेतावनी दी गई है। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि मछली पकड़ने की सभी गतिविधियों को स्थगित कर दिया गया है। मोहंती ने कहा, “चक्रवात उत्तर दिशा की ओर बढ़ रहा है। अगले 24 घंटों में इसकी गति बदलकर उत्तर पूर्व की ओर होने का अनुमान है। इसके बाद, चक्रवात की गति उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर होगी।” उन्होंने कहा कि गुजरात में अगले 5 दिन में गरज के साथ छींटे पड़ने का अनुमान है, खासकर सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में हवा की गति तेज रहेगी।

मोहंती ने कहा कि अगले दो दिनों के दौरान, सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में 30-40 किमी प्रति घंटे की हवा की गति देखी जा सकती है। इसके बाद, इस क्षेत्र में 30-50 किमी प्रति घंटे से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है। अधिकारियों ने एनडीआरएफ की टीमों को पोरबंदर, गिर सोमनाथ और वलसाड जिलों में भेज दिया है। भारतीय तटरक्षक बल ने गुजरात, दमन और दीव के मछुआरा समुदाय और नाविकों को जरूरी सावधानी बरतने और सुरक्षा उपाय करने की सलाह दी है।