कश्मीर के पुराने शहर में ईदगाह तक मार्च निकालने की अलगाववादियों की योजना को विफल करने के लिए कई इलाकों में शुक्रवार को कर्फ्यू लगा दिया गया है। जबकि घाटी के शेष हिस्सों में कड़े प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। पूरे श्रीनगर जिले, अनंतनाग, शोपियां, बारामूला शहरों और पुलवामा जिले के अवंतीपोरा और पम्पोर शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। एहतियाती तौर पर अधिकारियों ने सरकारी बीएसएनएल की पोस्टपेड सुविधा को छोड़कर बाकी सभी मोबाइल टेलीफोन सेवाओं पर शुक्रवार को प्रतिबंध लगा दिया है। ऐसा पिछले सप्ताह शुक्रवार की नमाज के बाद हुई हिंसक झड़पों को देखते हुए किया गया है।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘पूरी घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को ठप कर दिया गया है। केवल बीएसएनएल की पोस्टपेड सेवा काम कर रही है।’ उन्होंने बताया कि कानून और व्यवस्था बनाए रखने और अफवाह से बचने के लिए मध्यरात्रि में पूरी घाटी में सेवा को बंद कर दिया गया। पिछले शुक्रवार को सामूहिक नमाज के बाद घाटी के कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हिंसक झड़पें देखने को मिली थीं। इन झड़पों में तीन लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों अन्य घायल हो गए थे।

दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में आठ जुलाई को एक मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी की मौत के बाद भड़की हिंसा के चलते 15 जुलाई को घाटी में बीएसएनएल की पोस्टपेड सेवा को छोड़कर सभी मोबाइल टेलीफोन सेवाओं को ठप कर दिया गया था। अधिकारियों ने नौ जुलाई को पूरी घाटी में मोबाइल इंटरनेट सुविधा बंद कर दी थी। 26 जुलाई को पोस्टपेड सेवाएं बहाल कर दी गई थीं और इसके एक दिन बाद प्रीपेड नंबरों पर इनकमिंग सुविधा शुरू कर दी गई थी। लेकिन प्रीपेड पर आउटगोईंग सुविधा बंद ही रही। शुक्रवार लगातार 35 वें दिन मोबाइल इंटरनेट सुविधा ठप है।

वहीं पुराने शहर में ईदगाह तक मार्च निकालने की अलगाववादियों की योजना को विफल करने के लिए कश्मीर के कई इलाकों में शुक्रवार को कर्फ्यू लगा दिया गया जबकि घाटी के शेष हिस्सों में कड़े प्रतिबंध लगा दिए गए हैं। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘पूरे श्रीनगर जिले, अनंतनाग, शोपियां, बारामूला शहरों और पुलवामा जिले के अवंतीपोरा और पम्पोर शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।’ अधिकारी ने बताया कि घाटी के शेष हिस्सों में लोगों की आवाजाही पर कड़े प्रतिबंध लगाए गए हैं।

पिछले शुक्रवार को सामूहिक नमाज के बाद घाटी के कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुई थीं। इनमें तीन लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों अन्य घायल हो गए थे। अलगाववादियों ने पिछले 34 दिनों में सुरक्षा बलों की कार्रवाई में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए नागरिकों से पुराने शहर के ईदगाह में एकत्र होने का आह्वान किया है। प्रशासन के प्रतिबंधों और अलगाववादी के बंद के आह्वान के कारण लगातार 35वें दिन घाटी में जनजीवन प्रभावित हुआ है। प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पों में दो पुलिसकर्मी सहित 55 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग घायल हो गए।