भारतीय इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक से जुडे़ विवाद पर कांग्रेस ने कल तक सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहे अरुण जेटली पर आज निशाना साधा। कांग्रेस प्रवक्ता और पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने जेटली का नाम लिए बगैर पत्रकारों से कहा, ‘‘यदि कोई प्लैटफॉर्म (चैनल) प्रोग्राम कोड का उल्लंघन करता रहा है और कथित तौर पर भड़काऊ चीजें दिखा रहा है तो मुझे हैरत है कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अब तक चुप्पी क्यों साध रखी है ?’’

गौरतलब है कि ऐसी खबरें आई हैं कि पिछले दिनों ढाका में हुए एक आतंकवादी हमले में शामिल पांच बांग्लादेशी आतंकवादियों में से एक आतंकवादी इस्लामी उपदेशक नाइक की ओर से दिए जाने वाले ‘‘नफरत भरे उपदेशों’’ से प्रेरित था। तिवारी ने कहा, ‘‘यह इस मंत्रालय के पिछले मंत्री की अक्षमता का एक और उदाहरण है ।’’ मंगवार को मोदी मंत्रिपरिषद में हुए फेरबदल एवं विस्तार में केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली से सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार ले लिया गया था । एम वेंकैया नायडू नए सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनाए गए हैं ।

तिवारी ने कहा कि यदि किसी कथित भड़काऊ बयान और एक हिंसक कृत्य के बीच ‘‘रिश्ता’’ है तो निश्चित तौर पर इसमें कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। ‘पीस टीवी’ पर प्रसारित होने वाले अपने उपदेशों में नाइक ने कथित तौर पर ‘‘सभी मुस्लिमों से आतंकवादी बनने की अपील’’ की थी। तिवारी ने कहा, ‘‘जहां तक प्लेटफॉर्म की बात है, तो केबल टेलीविजन नियमन कानून, 1995 के तहत एक प्रोग्राम एवं विज्ञापन कोड है, जिसका पालन हर चैनल को करना होता है। यह उनकी लाइसेंसिंग शर्तों का एक हिस्सा है।’’

कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि यदि कोई खास टीवी चैनल इस कोड का उल्लंघन कर रहा है या कथित तौर पर नफरत भरे या भड़काउच्च् कार्यक्रम दिखा रहा है तो सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को कार्रवाई करनी चाहिए थी । उन्होंने सवाल किया, ‘‘उन्होंने अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की ?’’