पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के नेता जितिन प्रसाद ने पीएम मोदी की नीति का समर्थन करते हुए कहा कि अब आबादी को नियंत्रित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह सही समय है जब दो बच्चों के मानक पर बहस होनी चाहिए। इस साल स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पीएम मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन में जनसंख्या विस्फोट पर चिंता जताई थी।यही नहीं प्रसाद ने अपनी बात के समर्थन में 1998 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सत्र में पारित प्रस्ताव की दलील दी। उन्होंने ट्वीट कर जनसंख्या नियंत्रण पर अपने विचार रखे। उन्होंने ट्वीट में लिखा- ये वक्त भारत को संवेदनशील और जनसंख्या नियंत्रण को लेकर जागरूक बनाने का है। @INCIndia पंचमढ़ी शिविर में दो बच्चों के मानक के लक्ष्य की दिशा में काम करने का संकल्प लिया गया था’।
इसके अलावा एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा- शुरुआत में कांग्रेस कार्यकर्ता दो बच्चों के मानक पर जनसंख्या नियंत्रण उपायों को अपनाने के लिए 10 परिवारों को प्रेरित करें। इसके अलावा एक न्यूज चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यह कहना गलत होगा कि जनसंख्या नियंत्रण पीएम मोदी का है।
साल 1998 में पंचमढ़ी सत्र के दौरान कांग्रेस ने इस पर विचार-विमर्श किया था। प्रसाद ने कहा किजनसंख्या विस्फोट के खतरे को लेकर देश में अब बहस की जरूरत है। समय की जरूरत है कि हम इसे गंभीरता से लें। जनसंख्या विस्फोट के चलते देश के युवाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बढ़ती जनसंख्या के चलते शहरों का इंफ्रास्ट्रक्चर गड़बड़ा रहा है। देश के युवा समाधान चाहते हैं । जो भी मौजूदा सरकार है वो जनसंख्या विस्फोट को काबू में रखने के लिए आवश्यक कानून लाए।’