मुकेश अम्बानी ने अपने वार्षिक वेतन-भत्ते पर 15 करोड़ की सीमा बांध रखी है। आप कहेंगे वाह, क्या बात है! सीमा बांधी भी तो आसमान छूने के बाद!! तो आप जान लीजिए 2019 की एक रिपोर्ट के अनुसार रिलायंस में काम करने वाले उनके दो कज़िन हीतल और निखिल मेसवानी की कुल आय 20.57 करोड़ थी।
तो ऐसे में नीता अम्बानी कितने पैसे पाती होंगी। आखिर डायरेक्टर तो वे भी हैं। भले ही नॉन-एक्जीक्यूटिव हों। चलिए बताते हैं। नीता अम्बानी को सिर्फ 1.65 करोड़ मिले वह भी कमीशन के। सात लाख रुपए अतिरिक्त मिले जो कि बोर्ड की बैठक में बैठने का मेहनतानी (सिटिंग फीस) थी। 2017-18 में उनका कमीशन डेढ़ करोड़ था और इसके एक साल पहले 1.3 करोड़।
इस तरह मुकेश अम्बानी की पत्नी होने का रुतबा उनको मिलने वाले पैसों से बिलकुल नहीं जाहिर होता। उनकी तुलना में कई एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर उनसे ज्यादा, कुछ एक तो पांच गुना तक पाते हैं। इनमें एक अधिशासी निदेशक हैं पीएमएस प्रसाद जिन्हें कुल वेतन भत्ते 10.01 करोड़ तक जा पहुंचे हैं। पिछले साल यह रकम 8.99 करोड़ थी। उनकी आय वृद्धि साल-दर-साल होती ही रही है। 2014-15 में यह रकम 6.03 करोड़ थी, 2015-16 में यह 7.23 करोड़ हो गई और 2016-17 में यह बढ़कर 7.87 करोड़ हो गई।
रिफायनरी चीफ पवन कुमार कपिल की आय 2017-18 में 3.47 करोड़ से बढ़कर 4.17 करोड़ हो गई। 2014-15 में इनकी आय 2.41 करोड़ थी जो 2015-16 में 2.94 थी। 2016-17 में बहरहाल, इनका कम्पंजेशन पैकेज मात्र 2.54 करोड़ रह गया।
कंपनी के दो अधिशासी निदेशक परफॉर्मेंस लिंक्ड इन्सेंटिव्ज़ के भी हकदार होते है। उनकी परफार्मेंस तय करने का काम ह्यूमन रिसोर्स, नॉमिनेशन और रिम्यूनरेशन कमेटियां करती हैं। कंपनी के बोर्ड पर लाई गईं स्टेट बैंक की पूर्व चेयरमैन अरुंधती भट्टाचार्य को कम्पन्जेशन पैकेज में 75 लाख रुपए बतौर कमीशन दिए गए थे। उनको 17 अक्टूबर 2018 को रिलायंस के साथ जोड़ा गया था।
रिलायंस में इस वक्त नीता अम्बानी के अलावा छह और नॉन एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं। इनके नाम हैः मान सिंह एल भक्त, योगेंद्र पी त्रिवेदी, रघुनाथ ए माशलेकर, दीपक सी जैन, आदिल जैनुल भाई, रमिन्दर सिंह गुजराल, शुमीत बैनर्जी और अरुंधती भट्टाचार्य।