Children’s Day 2018, Bal Diwas 2018: देश भर में हर साल की तरह इस बार भी धूम-धाम से बाल दिवस मनाया गया। देश भर के स्कूल-कॉलेजों में बुधवार को इस जश्न पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम व प्रतियोगिताएं हुईं। बाल दिवस इसके अलावा इंटरनेट व सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर भी मनता नजर आया। अमेरिकी इंटरनेट सर्च इंजन गूगल ने इस मौके पर खास डूडल बनाया। पर असल में यह डूडल गूगल के कलाकारों या टीम ने नहीं तैयार किया है, बल्कि इसे भारत के ही एक बच्चे ने बनाया। यह मुंबई में पढ़ने वाले एक बच्चे की कला का कमाल है। दरअसल, गूगल ने इसे एक प्रतियोगिता के जरिए तैयार कराया है। डूडल डिजाइन पिंगला राहुल मोरे ने बनाई है।
आपको बता दें कि 14 नवंबर को देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिन हुआ था। वह बच्चों से खासा लगाव रखते थे। बच्चे भी उन्हें बड़े प्यार से चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। ऐसे में उनके निधन के बाद फैसला लिया गया कि 14 नवंबर को उनकी याद में हर साल बाल दिवस मनाया जाएगा। नेहरू न केवल बच्चों से प्यार करते थे, बल्कि उनके भविष्य को लेकर भी खासा सोच-विचार करते थे।
वह बच्चों की शिक्षा के बड़े हिमायती थे। देश में भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों की स्थापना करने में अहम योगदान दिया। उन्हीं की याद में उनके जन्मदिन पर हर साल बाल दिवस मनाया जाता है। देश के कोने-कोने में चल रहे स्कूल-कॉलेजों में इस खास मौके पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जिनमें न सिर्फ छात्र बल्कि शिक्षक भी बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं।
Highlights
स्कूलों में बाल दिवस को धूमधाम से मनाया जाता है। स्कूल में फंक्शन होते हैं। सभी बच्चों को टीचर्स और बाकी लोग इस दिन बाल दिवस की शुभकामनाएं देते थे। बड़े लोग भी बाल दिवस पर अपनी प्रोफाइल पर बचपन की तस्वीर लगाते हैं और एक-दूसरे को मैसेज के जरिए विश करते हैं।
27 मई 1964 को चाचा नेहरू के निधन के बाद से उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। दरअसल चाचा नेहरू का बच्चों से खास लगाव था इसलिए 14 नवंबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। 14 नवंबर को ही पं. जवाहर लाल नेहरू का जन्म हुआ था।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी नेहरू की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। कांग्रेस महासचिव अशोक गहलोत, वरिष्ठ नेता पी सी चाको और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय माकन ने भी नेहरू जी को श्रद्धांजलि दी। तस्वीर पर क्लिक कर देखें Photos
देश के प्रधानमंत्री रहते हुए नेहरू ने देश के कई गांवों, तहसील और छोटे शहरों में स्कूल खुलवाएं। साथ ही उन्होंने बच्चों के लिए मुफ्त प्राथमिक शिक्षा देने पर भी ज़ोर दिया। जवाहरलाल नेहरु को लाल गुलाब और बच्चे दोनों बहुत ही पसंद थे। नेहरू जी अक्सर कहते थे कि बच्चों का पालन हमेशा सावधानीपूर्वक और प्यार से किया जाना चाहिए, क्योंकि वे देश का भविष्य हैं। बच्चों के प्रति उनके प्यार के कारण ही हम उनके जन्मदिन पर ‘बाल दिवस’ मनाते हैं।
गूगल ने बुधवार को भारत में बाल दिवस के मौके पर एक खास डूडल के जरिए बच्चों को अंतरिक्ष की खोज करने के लिए प्रेरित किया है। इस साल इस दिन के डूडल के लिए सर्च इंजन का थीम 'आपको क्या प्रेरित करता है' था। मुंबई के छात्र जिसने 2018 डूडल 4 गूगल प्रतिस्पर्धा जीता था, उसने अंतरिक्ष की खोजी के प्रति अपनी रुचि को दर्शाने के लिए अपनी कल्पनाओं का इस्तेमाल किया। डूडल में एक छोटी लड़की टेलीस्कोप से अंतरिक्ष में देख रही है, जहां उसे ग्रह, तारे और सैटेलाइट नजर आ रहे हैं। अंतरिक्ष की विशालता दिखाने के लिए पिंगला राहुल ने आकाशगंगाए, ग्रह और अंतरिक्ष यान बनाकर गूगल के लोगो को दर्शाया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत अन्य नेताओं ने बुधवार को देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की। कोविंद ने एक ट्वीट में नेहरू को याद किया, वहीं मोदी ने सिंगापुर से ट्वीट कर कहा, 'हम हमारे स्वतंत्रता संघर्ष और प्रधानमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान उनके योगदान को याद कर रहे हैं।' पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलोत, पी. सी. चाको समेत गांधी ने यहां शांति वन में नेहरू को पुष्पांजलि अर्पित की।
पंडित नेहरू समतामूलक समाज और सामाजिक सहिष्णुता की स्थापना के पक्षधर थे। उनका मानना था कि रूढ़ियों या रूढ़िवादी दिमाग का गुलाम बना कोई भी मुल्क तरक्की नहीं कर सकता। गिरिराज शरण अग्रवाल द्वारी लिखित “मैं नेहरू बोल रहा हूं” किताब में पंडित नेहरू के जीवन से जुड़ी कई घटनाओं और उनके भाषणों के अंश संग्रहित किए गए हैं। किताब के मुताबिक लाल किले की प्राचीर से अपने भाषण में पंडित नेहरू ने कहा था, “इस देश में जो चीज एक को दूसरे से अलग करे, वह एक दीवार है। हमें उसको हटाना है। हमें जो यहां सांप्रदायिकता यानी फिरकापरस्ती है, उसे हटाना है क्योंकि देश को वह दुर्बल करती है, देश के महान परिवार को तोड़ती है, एक-दूसरे को दुश्मन बनाती है और हमें नीचा करती है।” पढ़ें नेहरू का बयान
तीसरी से चौथी कक्षा वाले ग्रुप में आरोही दीक्षित के गूगल डूडल डिजाइन को सर्वश्रेष्ठ माना गया। वह महाराष्ट्र के पुणे स्थित डॉलफिन इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ती हैं। उन्होंने अपने डूडल का नाम 'फारमर्स' (किसान) रखा है। डिजाइन में उन्होंने गूगल के अक्षरों पर उन्होंने खेती-किसानी से जुड़ी चीजें दर्शाईं। मसलन जी पर किसान की पगड़ी व मूंछ थी, जबकि ओ पर गाय-भैंस के सींग नजर आए। बाकी डिजाइन आप खुद नीचे देखिए।
पिंगला के अलावा गूगल डूडल की इस प्रतियोगिता में अन्य विजेताओं में मुंबई के थाणे निवासी शेख मोहम्मद रौफेल रिजवान का नाम भी है। उनका यह डिजाइन क्लास 1-2 वाले ग्रुप में बेस्ट चुना गया है। उन्होंने अपने डूडल में तीन बंदर दर्शाए हैं, जो कि देखने में महात्मा गांधी वाले तीन बंदरों से हू-ब-हू मेल खाते हैं। डूडल का नाम- वाइज मंकी (बुद्धिमान बंदर) दिया गया है। रिजवान मेस.क्रीसेंट इंग्लिश हाई स्कूल में पढ़ते हैं।
पिंगला ने गूगल के लिए तैयार की अपनी आर्ट को 'गैलैक्सी, स्पेस एक्सप्लोरेशन' नाम दिया था। डूडल में एक बच्ची टेलीस्कोप के जरिए आकाश की ओर देख रही थी, जहां बड़े ही रोचक तरीके से गूगल लिखा दिख रहा था। गूगल के अक्षरों में ग्रह, अंतरिक्ष यान और अन्य चीजों की झलक मिल रही थी, जबकि नीचे बच्ची के पास एक कैंप और आसपास का वातावरण नजर आ रहा था। बाल दिवस पर गूगल के इस डूडल को खोलने पर बाल दिवस से संबंधित खबरें खुलकर आईं।
उन्होंने कंप्टीशन जीतने पर कहा कि वह अंतरिक्ष की चीजों से बेहद प्रेरित हैं, लिहाजा उन्होंने यह डिजाइन बनाई। चूंकि गूगल ने इस प्रतियोगिता की थीम- 'वॉट इंस्पायर्स यू' (आपको क्या चीज प्रेरित करती है?) रखी थी, लिहाजा पिंगला ने उसी के आधार पर अपनी डिजाइन तैयार की। उन्होंने स्थानीय मीडिया से कहा, "अंतरिक्ष से तुलना करेंगे, तो हम और हमारी समस्याएं कुछ भी नहीं हैं। हम बेहद छोटे हैं।"
पं.नेहरू ने कहा था, "आज के बच्चे कल के भारत का निर्णाण करेंगे। हम जैसे उन्हें बड़ा करेंगे, वैसा ही देश का भविष्य वे तैयार करेंगे।"
आपको बता दें कि भारत में हर साल 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इसी तारीख पर देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म हुआ था और वे बच्चों से खासा प्रेम करते थे।
पिंगला ने आगे बताया- यह बात वाकई में बड़ा प्रेरित करती है कि हम असल में कितने छोटे हैं। अगर अंतरिक्ष सरीखी चीजों से हम तुलना करें, तो हमारी जिंदगी और हमारी समस्याएं बेहद छोटी हैं। मैं अपने इसी आइडिया को दुनिया के सामने लाना चाहता था। ऐसे में पृथ्वी पर टेलीस्कोप से अंतरिक्ष का नजारा लेती लड़की का फोटो बनाया, जो आकाशगंगाओं, ग्रहों और अंतरिक्षयान (गूगल के अक्षर- Google इन्हीं के जरिए दर्शाए गए थे।) को निहार रही थी।
पिंगला ने खुशी जाहिर करते हुए स्थानीय मीडिया से कहा, "मैंने अपने डूडल डिजाइन में वही दर्शाया, जिस चीज ने मुझे प्रेरित किया। मैं अंतरिक्ष को देखने और समझने को लेकर बेहद प्रेरित हूं, क्योंकि इस क्षेत्र में अभी बहुत कुछ जानना-समझना बाकी है। चाहे वह ग्रहों के बारे में हो या फिर तारों और आकाशगंगा से जुड़ी कोई चीज हो।"
गूगल ने बाल दिवस पर डूडल बनवाने से जुड़ी इस प्रतियोगिता की थीम 'वॉट इन्सपायर्स मी?' (मुझे क्या प्रेरित करता है?) रखी थी। गूगल ने सभी प्रतिभागियों में पांच सबसे बेहतरीन डिजाइन्स छांटे थे, जिनमें से पिंगला के हुनर ने बाजी मार ली और अंततः उनकी बनाई हुई आर्ट को गूगल के होम पेज पर आज जगह मिली।
गूगल पर आज नजर आ रहा यह कमाल का डूडल महाराष्ट्र के मुंबई शहर स्थित एक स्कूल के छात्र ने बनाया है। दरअसल, गूगल ने 'डूडल 4 गूगल' नाम से प्रतियोगिता आयोजित की थी, जिसमें उसने 2018 के बाल दिवस पर विभिन्न स्कूलों के बच्चों से अपने होमपेज डूडल पर प्रदर्शित करने के लिए पेंटिंग बनवाई थीं। उसी में जे.बी.वच्चा हाई स्कूल के विद्यार्थी पिंगला राहुल मोरे को विजेता चुना गया। लेकिन यह इतना आसान भी नहीं था, उन्होंने तकरीबन 75 हजार प्रतिभागियों के बीच इस प्रतियोगिता को जीता है।
पं.नेहरू को चाचा नेहरू के नाम से पुकारा जाता था। कारण- बच्चों के प्रति उनका खासा लगाव और प्यार था। 27 मई 1964 को उनके निधन के बाद यह तय हुआ कि उनके जन्मदिन की तारीख के दिन उनकी याद में हर साल बाल दिवस मनाया जाएगा। तब से देश में 14 नवंबर को बाल दिवस मनाया जा रहा है।