Gonda Train Accident: यूपी के गोंडा में गुरुवार दोपहर 2.37 बजे चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस की 21 बोगियां पटरी से उतर गईं। इनमें AC की 5 बोगियां हैं। 3 बोगियां पलटी खा गईं। हादसे में 3 यात्रियों की मौत हो गई, 25 घायल हैं। रेल हादसे के बाद में हर तरफ अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। ट्रेन ने यात्रा कर रहे यात्री संदीप कुमार ने हादसे की आपबीती सुनाई है। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस के पटरी से उतरने के बाद उन्होंने एक लड़के की चीखें सुनी और उनके कोच में धूल भर गई।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, संदीप कुमार स्लीपर कोच में सफर कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुझे याद है कि मेरे सामने बर्थ पर बैठा लड़का बहुत तेजी से चिल्लाया। फिर देखते ही देखते कोच में धूल भर गई और हर तरफ अंधेरा छा गया। उन्होंने कहा कि चंद सेकंड में क्या हुआ कुछ भी याद नहीं है। मुझे बस चिल्लाने की आवाजें सुनाईं दे रही थीं। कुछ लोगों ने मेरा हाथ खींचा और मुझे खिड़की के जरिये बाहर निकलने में काफी मदद की।
बहुत तेज झटका लगा
वहीं, ट्रेन के बी2 कोच में यात्रा कर रहे 35 साल के एक शख्स मनीष तिवारी ने भी इस हादसे पर अपनी आपबीती सुनाई है। उन्होंने कहा कि मैं खिड़की के पास में बैठा हुआ था। अचानक से मुझे आवाज सुनाई दी। मनीष ने बताया कि बहुत तेजी से एक झटका लगा और कोच में बहुत तेजी से गिर गया। इसके अलावा बिहार के छपरा जा रहे दिलीप सिंह ने बताया कि गोंडा से ट्रेन चलने के बाद मैं सोने के लिए ऊपर वाले बर्थ पर चला गया। उन्होंने कहा कि मुझे बस यही याद है कि मैं दूसरी तरफ की ऊपरी बर्थ पर जाकर गिर गया और बहुत तेजी से झटका लगा। मुझे शुरुआत में लगा कि यह कोई सपना होगा, लेकिन यह बिल्कुल हकीकत थी।
हादसे के बाद मचने लगी चीख-पुकारें
ट्रेन के कोच के पटरी से उतरने के बाद लोगों की तेज-तेज आवाजें आने लगीं। बच्चों की जोर-जोर से चीखने की आवाजें आ रही थीं। लोग इमरजेंसी खिड़कियों से बाहर निकलने की कोशिश में जुटे हुए थे और कुछ लोग यात्रियों को बाहर निकालने की जद्दोजहद कर रहे थे। हादसे के बाद में घटनास्थल पर पुलिस पहुंची। अधिकारियों ने लोगों से डिब्बों से दूर हटने का आग्रह किया। रेस्क्यू टीम ने सभी जगह की घेराबंदी कर दी और टीमों ने हादसे में घायल हुए लोगों को एंबुलेंस तक पहुंचाया और इलाज के लिए हॉस्पिटल भिजवाया।