India vs Pakistan Match: रविवार को चैंपियंस ट्रॉफी में भारत-पाकिस्तान के बीच मैच खेला गया। इसमें भारत ने पाकिस्तान को 6 विकेट के करारी शिकस्त दी थी। महाराष्ट्र के कोंकण के मालवण में भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के बाद एक 15 साल के लड़के ने राष्ट्र विरोधी नारे लगाए थे। इसके बाद अधिकारियों ने उस लड़के के पिता की टिन शेड वाली कबाड़ की दुकान पर बुलडोजर चलाने के अलावा, उसके पिता के बड़े भाई की पास में मौजूद दुकान को भी ध्वस्त कर दिया। पुलिस ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली थी कि लड़के ने पिछले रविवार को भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच के दौरान राष्ट्र-विरोधी नारे लगाए थे। इसके बाद लड़के को हिरासत में लिया गया था।

मालवन नगर परिषद के मुख्य अधिकारी संतोष जिरागे ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि लड़कने के पिता ने जो अवैध तरीके से दुकान बनाई थी, उसे सोमवार को जमीन के मालिक की शिकायत मिलने के बाद में गिरा दिया गया और उन्होंने यह कार्रवाई इस वजह से की क्योंकि वहां पर 200-300 लोग इकट्ठा हो गए थे। जिरागे ने कहा, ‘शिकायतकर्ता ने कहा कि टिन शेड का अस्थायी ढांचा उनकी जमीन पर बनाया गया था। इसलिए हमने तुरंत कार्रवाई की। हमें एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना विधायक नीलेश राणे और पुलिस से एक पत्र भी मिला था। वहां लगभग 200-300 लोग इकट्ठा हुए थे। इसकी वजह से हमे कार्रवाई करनी पड़ी।’

नोटिस देने पर क्या बोले अधिकारी

जब उनसे यह सवाल किया गया कि क्या नोटिस जारी किया गया था तो जिरागे ने कहा कि शिकायत जमीन के मालिक की तरफ से की गई थी। इसलिए माता-पिता को कोई नोटिस जारी नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि शिकायत में यह नहीं बताया गया था कि टिन शेड कब बनाया गया था। राणे ने तोड़फोड़ की फोटो ट्वीट की। लड़के के चाचा की भी अपने भाई की दुकान से 50 फीट की दूरी पर कबाड़ की दुकान थी। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने उनकी दुकान भी तोड़ दी।

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मुझे चार-पांच लाख का नुकसान हुआ

लड़के के चाचा ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘मेरे छोटे भाई के साथ मेरी बनती नहीं है। सिर्फ इसलिए कि मैं उससे रिश्तेदार हूं, मेरी दुकान तोड़ दी गई, जबकि दोनों संपत्तियों के मालिक अलग-अलग हैं। मुझे 4-5 लाख रुपए का नुकसान हुआ है। मेरा परिवार परेशान है, वो भी ऐसे समय में जब मेरी बेटी की दसवीं की परीक्षा है। हमारी क्या गलती थी।’

उन्होंने बताया कि जिस जमीन पर उनकी दुकान थी, उसका मालिक राजन अजगांवकर था। वहीं उनके छोटे भाई के मकान मालिक का नाम सुहास अजगांवकर था। उन्होंने बताया कि मैंने 10,000 रुपये जमा और 3,000 रुपये हर महीने किराया दिया, लेकिन हमने कोई औपचारिक समझौता नहीं किया था। रविवार की रात चैंपियंस ट्रॉफी के भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान खुद को वीएचपी का कार्यकर्ता बताने वाले सचिन वराडकर ने कहा कि उन्होंने एक लड़के को नारे लगाते हुए सुना, जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई। पुलिस ने सोमवार को लड़के और उसके माता-पिता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। दिन में नगर निगम के अधिकारियों ने बुलडोजर लेकर उनकी दुकान को ढहा दिया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…