भारतीय नौसेना को लगातार मजबूत किया जा रहा है। पिछले कुछ महीनों में नौसेना ने अपनी क्षमताओं में इजाफा किया है। इसी क्रम में आईएनएस उत्क्रोश (INS Utkrosh) की मारक क्षमता को और बढ़ाने के लिए इस पर आधुनिक हैंगर और डिस्पर्सल (LRMR Hanger) का उद्घाटन किया गया है। चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ (CDS) अनिल चौहान ने अंडमान एंड निकोबार कमांड में आईएनएस उत्क्रोश पर आधुनिक हैंगर और डिस्पर्सल का उद्धघाटन किया। यह ट्विन हैंगर 600 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैला हुआ है। इस हैंगर के चालू होने के बाद इस पर P81 विमान, ड्रोनियर और आधुनिक हल्के हेलीकॉप्टर भी उतर सकेंगे।
इस मौके पर सीडीएस अनिल चौहान ने कहा कि आईएनएस उत्क्रोश में नए जोड़े गए हैंगर से नौसेना को अंडमान एंड निकोबार में मदद मिलेगी। इससे भारत का वर्चस्व हिंद महासागर क्षेत्र में और बढ़ेगा। सीडीएस अनिल चौहान ने कहा कि अंडमान और निकोबार कमांड एकीकरण और एकजुटता का बेहतरीन उदाहरण है। उन्होंने तीनों सेनाओं की तारीफ करते हुए कहा कि तीनों सेनाओं ने अच्छा तालमेल दिखा कर आइलैंड को सुरक्षित रखा है।
सीडीएस अंडमान और निकोबार के दो दिवसीय दौरे पर हैं। बता दें कि सीडीएस अनिल चौहान ने सोमवार को नौसैनिक जहाज यार्ड पोर्ट ब्लेयर में वेट बेसिन और रेफिट जेटी का उद्धघाटन किया था। इसका निर्माण IIT चेन्नई के साथ मिलकर किया गया है और इसकी बनने की लागत 360 करोड़ से ज्यादा है।
INS उत्क्रोश के बेडे़ में शामिल हुए एमके-3 हेलीकॉप्टर
बता दें कि इसी साल 28 जनवरी को स्वदेशी अत्याधुनिक लाइट हेलीकॉप्टर एमके-3 को आईएनएस उत्क्रोश के बेडे़ में शामिल किया गया था। अंडमान और निकोबार आइलैंड कमांड के तत्कालीन लेफ्टिनेंट जनरल अजय सिंह ने इन हेलीकॉप्टर को औपचारिक रूप से शामिल किया था। इस विमान को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने बनाया है।