राजस्थान के जोधपुर में लूणी पुलिस स्टेशन में फिल्म निर्माता प्रकाश झा के खिलाफ अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की भावनाओं को आहत करने और उनके द्वारा निर्मित वेब सीरीज ‘आश्रम’ में समुदाय का अपमान करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
वेब सीरीज़ के पहले भाग के पहले एपिसोड में जाति-विशेष शब्द व अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है जो कि जातिगत भेदभाव को बढ़ावा देते हैं। एक दृश्य के दौरान निचली और ऊंची जातियों के बारे में बताया गया है। साथ ही उच्च जाति के लोगों को कथित निचली जातियों के लोगों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करते हुए दिखाया गया है। जो कि भेदभाव और अस्पृश्यता को बढ़ावा देते हैं। शिकायतकर्ता डॉ मेघवाल द्वारा ये आरोप लगाए गए हैं।
शिकायतकर्ता ने कहा कि सोशल साइट्स और वेब सीरीज के जरिए इस तरह के “घटिया और घृणित” चित्रण के कारण पश्चिमी राजस्थान में SC / ST समुदायों के विवाह जुलूसों के दौरान छेड़छाड़ और लूटपाट जैसी घटनाएं हो रही हैं।
शिकायतकर्ता ने प्राथमिकी दर्ज कराई है, “वेब सीरीज ने घृणित शब्दों के उपयोग और जाति और धर्म के नाम पर आपसी स्नेह और भाईचारे को नुकसान पहुंचाकर आपसी सौहार्द बिगाड़ दिया है। यह आपराधिक कृत्य है। इस तरह की हरकतें दो वर्गों के बीच वैमनस्यता फैलाती हैं। ”
लूणी स्टेशन SHO सीता राम ने कहा कि एससी / एसटी एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई थी और आरोपों की जांच शुरू हो गई है। बता दें कि आश्रम प्रकाश झा द्वारा निर्देशित और निर्मित एक हिंदी वेब सीरीज है। सीरीज में बॉबी देओल समेत अन्य कलाकारों ने अभिनय किया है।