Cadbury Dairy Milk को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रहा है। इसके मुताबिक कैडबरी के चॉकलेट में बीफ होता है। इसमें बताया जा रहा है कि यदि किसी उत्पाद में जिलेटिन नामक पदार्थ होता है, तो इसका मतलब है कि उस सामान को गोमांस के प्रयोग से बनाया गया है।
उधर, कैडबरी कंपनी का कहना है कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही जानकारी पूरी तरह भ्रामक है। ये उत्पाद भारत से संबंधित नहीं है। कंपनी ने बताया कि भारत में बेचे जाने वाले उसके प्रोडक्ट में बीफ या किसी भी प्रकार के अन्य मांस का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। ध्यान रहे कि कि एक वेबसाइट से लिए गए स्क्रीनशॉट को सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर किया जा रहा है।
कैडबरी का कहना है कि उसके चॉकलेट को लेकर जब मैसेज वायरल हुआ तो कई लोगों ने जवाब तलब किया। कंपनी के अधिकारिक ट्विटर हैंडल को टैग भी किया गया। कंपनी ने कहा कि उनके द्वारा साझा किया गया स्क्रीनशॉट भारत में निर्मित कैडबरी के उत्पादों का नहीं है। सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी है।
— Cadbury Dairy Milk (@DairyMilkIn) July 18, 2021
I won't eat Cadbury dairy milk from now until proper Government investigation report we get.
— Sumanjit (@sumanjit2) July 18, 2021
कंपनी का दावा है कि ये मोंडलेंज इंटरनेशनल अमेरिकी कंपनी है। ये अब ब्रिटिश कंपनी कैडबरी की मालिक है। कंपनी ने कहा कि उसके चॉकलेट के रैपर के हरे रंग का सर्कल यह दर्शाता है कि भारत में निर्मित कैडबर के सभी उत्पाद 100% शाकाहारी है।
We don't know what is going behind the scenes. It must be guaranteed by FSSAI @fssaiindia
— Dipam Baruah (@dipam_baruah) July 18, 2021
Thanks for clarification.. I've seen many people sharing that screenshot on whatsapp
— Sush (@DecolonizeIndia) July 18, 2021
उधर, सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर अपनी भड़ास निकाली। ए हिंदू ट्विटर हैंडल से पोस्ट किया गया-अगर आप यही चॉकलेट बीफ प्रोडक्ट्स के बिना बना सकते हो तो बाहर ऐसा क्यों नहीं करते। उनका कहना है कि कंपनी कवर अप कर रही है। सुमनजीत ने लिखा-जब तक सरकार पूरी जांच करके रिपोर्ट जारी नहीं कर देती तब तक वो कैडबरी चॉकलेट नहीं खाने जा रही हैं।
दीपम बरुआ ने लिखा- परदे के पीछे क्या चल रहा है उन्हें नहीं पता, पर इस पर FSSAI को गारंटी देनी चाहिए, तभी लोग मानेंगे। विक्रम ने भारत सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा- यहां से अनुमति लेना आसान है। कंपनी को चॉकलेट बनाने की प्रक्रिया का वीडियो शेयर करना चाहिए, तभी लोग यकीन मानेंगे।