कोलकाता। पश्चिम बंगाल पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए बर्दवान विस्फोट मामले के मुख्य षड्यंत्रकर्ता साजिद को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया जो बांग्लादेशी नागरिक है। इसके बारे में कहा जाता है कि वह आतंकवादी समूह जमात उल मुजाहिद्दीन बांग्लादेश (जेएमबी)का मुख्य कमांडर है। साजिद को विधाननगर पुलिस कमीशनरी के पुलिस दल ने शनिवार को दोपहर उत्तर 24 परगना जिले के हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया।

विधाननगर पुलिस आयुक्त राजीव कुमार ने संवाददाताओं से कहा,‘आज हमने एक व्यक्ति शेख रहमतुल्ला को गिरफ्तार किया। वह बांग्लादेशी है। पूछताछ के बाद इस बात का खुलासा हुआ कि वह साजिद है जो बर्दवान विस्फोट मामले में शामिल था व बर्दवान मॉड्यूल का प्रमुख भी है। इसकी इस तथ्य से भी पुष्टि होती है कि एनआइए ने 10 लाख रुपए का नकद इनाम घोषित किया था।’ कुमार ने कहा,‘साजिद उर्फ शेख रहमतुल्ला जमात उल मुजाहिद्दीन का सदस्य है व जमात की केंद्रीय कमेटी मजलिसे सुरा का भी सदस्य है।’

उपायुक्त (जासूसी विभाग)कंकड़ प्रसाद बौरी ने कहा कि साजिद बर्दवान विस्फोट मामले का मुख्य षड्यंत्रकर्ता है। कुमार के अनुसार विधाननगर पुलिस कमीशनरी ने धनराशि और कूरियर के साथ एक जाल बिछाया। जो कूरियर धनराशि लिए हुए था उसे पुलिस ने इसके लिए विश्वास में लिया कि वह साजिद को लाए और जब वह धनराशि लेने के लिए आया तो पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से करीब एक लाख रुपए बरामद किए गए।

इस के साथ ही बर्दवान विस्फोट के सिलसिले में शुक्रवार को गिरफ्तार जिया उल हक को यहां एक सत्र अदालत ने सात दिन के लिए राष्ट्रीय जांच एजंसी की हिरासत में भेज दिया। न्यायाधीश मुमताज खान की अदालत में जांच एजंसी के वकील श्यामल घोष ने हक को 14 दिन की हिरासत में भेजने का अनुरोध किया। लेकिन अदालत ने उसे सात दिन के लिए ही जांच एजंसी की हिरासत में देने का आदेश दिया। एनआइए के वकील ने कहा कि चूंकि जांच अभी प्रारंभिक अवस्था में है, ऐसे में लंबी अवधि तक हिरासत में देने से जांच एजंसी को आरोपी से अधिक सूचना हासिल करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि हक जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश का सदस्य है और उसका फरार यूसुफ शेख उर्फ मौलाना यूसुफ से संपर्क रहा है।