उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर सफर करना जल्द महंगा होने वाला है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) ने बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स वसूलने की तैयारी कर ली है। पीएम नरेन्द्र मोदी ने पिछले साल जुलाई में इस एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था। इसके बाद से ही लोग इस एक्सप्रेस-वे पर मुफ्त सफर कर रहे थे। करीब 296 किमी लंबा यह एक्सप्रेस-वे यूपी के 7 जिलों चित्रकूट, बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरिया और इटावा को आपस में जोड़ता है। हाल ही में हुई यूपीडा की 84वीं बैठक में टोल टैक्स लगाने को लेकर सहमति बनी है।

किस कंपनी को मिला टेंडर?

बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स वसूलने के लिए यूपीडा ने पहली बार 24 जनवरी को आमंत्रित किया था। यूपीडा की ओर से कंपनियों के लिए कम से कम 100 करोड़ रुपये की बोली की शर्त रखी गई थी। इसके कारण सभी कंपनियों ने अपने हाथ पीछे खींच लिए। इसके बाद यूपीडा की ओर से दोबारा टोल टैक्स को लेकर आवेदन मांगे गए लेकिन टेंडर की रकम ज्यादा होने के कारण कंपनियों ने इससे किनारा कर लिया। यूपीडा की 84वीं बैठक में टोल टैक्स वसूलने के लिए तीन कंपनी आगे आई। इसमें इंद्रदीप कंस्ट्रक्शन ने सबसे अधिक 68.38 करोड़ रुपये की बोली लगाकर टेंडर अपने नाम कर लिया। बता दें कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर कुल 17 टोल प्लाजा बनाये गए है।

कितना लगेगा टोल टैक्स?

यूपीडा की ओर से अभी टोल टैक्स की दरों का ऐलान नहीं किया गया है। सूत्रों का कहना है कि सभी वाहनों को 5 श्रेणी में बांटा गया है। इसमें कार, जीप, वैन या हल्के मोटर वाहनों को 620 रुपये देने होंगे। हल्के व्यावसायिक वाहन और मिनी बस को 990 रुपये देने होंगे। वहीं बस और ट्रक को 1,995 रुपये देने होंगे। भारी निर्माण कार्य में प्रयोग होने वाले वाहनों को 3,000 रुपये टोल टैक्स के रूप में देने होंगे। वहीं बड़े वाहनों (7 एक्सल) को 3,900 रुपये देने होंगे। सूत्रों के मुताबिक टोल टैक्स में हर साल 10 फीसदी की बढ़ोतरी भी की जा सकेगी।