भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नए प्रवक्ताओं के लिए तलाश शुरू करेगी। जो केंद्र की बीजेपी सरकार की नीतियों, फैसलों के बारे में लोगों को अच्छे से समझा सके। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फॉर्मूला दिया है। इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के मुताबिक, भुवनेश्वर में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में मोदी ने नए प्रवक्ताओं को चुनने के लिए नीति बनाने की बात कही। मोदी ने प्रवक्ता चुनने के लिए देश भर में छद्म संसद का आयोजन करवाने के लिए कहा है। उनमें अच्छा बोलने वाले लोगों को पार्टी प्रवक्ता बनने के लिए तैयारी करवाई जाएगी।यह नौकरी देने जैसा होगा।
बीजेपी नेता ने बातचीत के दौरान बताया कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पीएम मोदी ने कई बार इस बात का जिक्र किया कि पार्टी नेता ठीक तरीके से सरकार की नीतियों को लोगों तक पहुंचा नहीं पाए। नेता ने आगे बताया कि पीएम ने कहा था कि पार्टी को छद्म संसद का आयोजन करवाना चाहिए और उसमें सामने आने वाले अच्छे वक्ताओं को पार्टी प्रवक्ता बनाने की तैयारी करनी चाहिए।
नेता ने बताया कि मोदी चाहते हैं कि नए चेहरे सामने आएं जो कि सरकार की नीतियों, स्कीमों के बारे में लोगों को अच्छे से बता सकें और विपक्षी खेमे से भी आंकड़ों के दम पर बहस कर सकें। इसके लिए पार्टी जिला और राज्य के स्तर पर छद्म संसद का आयोजन करने की तैयारियों में लग गई है।
छद्म संसद क्या होता है: यह एक तरीके का प्रेक्टिकल होता है जिसमें छात्रों को सिखाया जाता है कि देश की संसद किस तरीके से काम करती हैं। वहां छात्र एक दूसरे से तार्किक बहस करने अपना पक्ष रखते हैं।
बीजेपी नेता ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि मोदी कई बार अपनी स्पीच में इस बात का जिक्र कर चुके हैं कि बीजेपी की सरकार को अपने आपका प्रचार करना और स्कीम और नीतियों को बढ़ावा देना आना चाहिए। मोदी कई बार इसके प्रति अपनी नाराजगी जता चुके हैं। मोदी को लगता है कि उनकी पार्टी जन धन योजना, पेंशन स्कीम, मुद्रा योजना और फसल बीमा योजना जैसी स्कीम के बारे में भी लोगों को ठीक से बताने में असमर्थ रही।