भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कुछ लोगों को झारखंड के हजारीबाग जिले में हिरासत में लिया गया। जिन लोगों को पुलिस ने पकड़ा उसमें बीजेपी के सीनियर नेता यशवंत सिन्हा, लोकल विधायक मनीष जयसवाल और जिले के कुछ अन्य कार्यकर्ता शामिल थे। ये लोग राम नवमी के दिन एक ऐसे रूट से शोभा यात्रा लेकर जाना चाहते थे जिसपर जाने की मनाही है। इसपर ही हंगामा हुआ। यशवंत सिन्हा के समर्थकों की तरफ से पत्थर भी फेंके गए। हालांकि, पुलिस ने बताया कि किसी को गंभीर चोट नहीं आई।
यशवंत सिन्हा महूदी गांव के एक रास्ते से अपने समर्थकों के साथ यात्रा को लेकर जाना चाहते थे वहां पर पुलिस ने धारा 144 लगा रखी थी। उस रास्ते पर दशकों से यात्रा को लेकर जाने पर मनाही है। लेकिन यशवंत सिन्हा वहीं से यात्रा लेकर जाने के लिए अड़ गए और वहीं धरने पर बैठ गए। इसके बाद पुलिस को मजबूरन उन्हें हिरासत में लेना पड़ा। जिसके बाद यशवंत सिन्हा से समर्थक भड़क गए और उनकी तरफ से पथराव शुरू कर दिया गया। जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस का सहारा लेकर स्थिति को काबू में किया।
इंडियन एक्सप्रेस ने विधायक जयसवाल से बात की तो उन्होंने कहा, ‘हम लोग इस मामले को जल्द से जल्द सुलझा लेना चाहते हैं। पहले कभी यहां हिसंक घटनाएं हुई थीं, लेकिन अब स्थिति और वक्त बदल गया है। हम लोग बस यह चाहते हैं कि वहां से यात्रा को लेकर जाने की इजाजत मिले क्योंकि हर साल पुलिस वहां नाकेबंदी कर देती है।’
जयसवाल ने यह भी कहा कि राम नवमी का वक्त इसके लिए सबसे ठीक था क्योंकि इसके बीत जाने के बाद कोई मुद्दे की तरफ ध्यान नहीं देगा। जयसवाल ने ये भी कहा कि यात्रा के लिए प्रशासन से इजाजत ली गई थी। लेकिन जब प्रशासन से इस बारे में पूछा गया तो पता लगा कि पत्र मिला था लेकिन उसको अस्वीकृत कर दिया गया था। महूदी के अधिकारियों ने बताया कि वहां पर मुस्लिम धर्म के लोगों का ध्यान रखते हुए 1942 के बाद से कोई यात्रा नहीं निकाली गई है।