चंडीगढ़। हरियाणा में बहुमत वाली सरकार बनाने पर नजर गड़ाए भाजपा ने राज्य में ‘मिशन 60 प्लस’ के लक्ष्य को हकीकत में बदलने के लिए अपने शीर्ष नेतृत्व के साथ चुनाव अभियान की शुरूआत कर दी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिन के दौरे में कांग्रेस शासित इस राज्य के विभिन्न भागों में आठ जनसभाओं को संबोधित कर चुके हैं। भाजपा के अन्य शीर्ष नेता भी अभियान में शामिल हुए हैं।
राज्य में प्रचार करने वालों में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्रियों-राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी, स्मृति ईरानी, पीयूष गोयल, राव इंद्रजीत सिंह और शिवराज सिंह चौहान सहित भाजपा शासित कुछ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के अलावा नवजोत सिंह सिद्धू तथा अन्य नेताओं का नाम है।
पहली बार भाजपा अपने दमखम पर सभी 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ रही है।
वर्ष 2000 में पार्टी के छह, 2005 में दो और 2009 में केवल चार विधायक ही जीत पाए थे। पर, भाजपा इस बार कांग्रेस से सत्ता छीनना चाहती है जो राज्य में पिछले लगातार दो बार से शासन में है।
भाजपा प्रवक्ता और नारनौंद से पार्टी उम्मीदवार कैप्टन अभिमन्यु ने कहा, ‘‘लोकसभा चुनाव में लोगों से हमें जबरदस्त समर्थन मिला। राज्य में कांग्रेस शासन से वे उकता चुके हैं, जिसने भ्रष्टाचार, भूमि घोटाले, खराब कानून और व्यवस्था, बेरोजगारी और असंतुलित विकास से हरियाणा को पीछे धकेल दिया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हुड्डा सरकार की यही महत्वपूर्ण उपलब्धियां है।’’
उन्होंने कहा कि भाजपा बहुमत से राज्य में अगली सरकार बनाएगी।
भाजपा का राज्य में अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन 1987 में रहा जब उसने 20 सीटों पर चुनाव लड़कर 16 सीटें जीती थी।
अलबत्ता, 1991 में महज दो सीट जीतकर भाजपा फिर पिछड़ गयी। 1996 में पार्टी को 11 सीटें मिली।
हरियाणा में भाजपा की चुनौती एक ऐसे नेता की तलाश करना है जो कि पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ मंगल सैन की कद के हों।
15 अक्तूबर को होने वाले चुनाव भाजपा नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ रही है और मुख्यमंत्री के उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं किया है।
चुनावों के पहले हरियाणा में कांग्रेस और इनेलो सहित अन्य दलों के कुछ नेता भाजपा में शामिल हुए।