भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सहयोगी दल लोकजनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के एक नेता ने 6 मार्च से 10 मार्च के बीच लोकसभा चुनावों के ऐलान का दावा किया है। पटना में एनडीए की एक संयुक्त प्रेस-कॉन्फ्रेंस में बिहार एलजेपी प्रमुख पशुपति कुमार पारस ने इसका खुलासा किया। इस दौरान पटना में आयोजित होने वाली एक रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शिरकत करने की भी घोषणा की गई। टेलिग्राफ के मुताबिक एलजेपी नेता और बिहार सरकार में मंत्री पारस ने बताया, “हम 3 मार्च को रैली का आयोजन करने जा रहे हैं। क्योंकि, 6 और 10 मार्च के बीच कभी भी चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जा सकता है।”
गौरतलब है कि चुनाव आयोग एक स्वायत्त संवैधानिक संस्था है। ऐसे में चुनाव की घोषणाओं से लेकर तारीखों की जानकारी उसी तक सीमित रहती है। इसके पहले अक्टूबर 2017 में राज्यों के विधानसभा चुनाव के दौरान आयोग पर केंद्र सरकार के साथ मिलीभगत को लेकर उंगलियां उठी थीं। हालांकि, चुनाव आयोग ने तब इन आरोपों का खंडन किया गया था। उस दौरान हिमाचल में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया, जबकि गुजरात में तारीखों की घोषणा में देरी हुई। गुजरात विधानसभा चुनाव के आखिरी दौर में पीएम मोदी ने राज्य के कई जगहों पर नए प्रॉजेक्ट्स को हरी झंडी दी।
NDA की तरफ से देश भर में पीएम मोदी की रैलियां लगातार शुरू होने जा रही हैं। चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले मोदी कई योजनाओं की घोषणा कर सकते हैं। गौरतलब है कि चुनाव की तारीखों का ऐलान होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती है। इस दौरान किसी भी तरह की योजनाओं की शुरुआत या शिलान्यास सरकार नहीं कर सकती है।
हालांकि, जब एलजेपी नेता पारस से उनके दावे का आधार पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर जानकारी साझा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2014 में भी लोकसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान मार्च में हुआ था, ऐसे में गुंजाइश है कि इस साल भी मार्च में ही इसकी घोषणा हो। इसके पहले न्यूज़ एजेंसी PTI ने कहा था कि लोकसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा मार्च के पहले सप्ताह में हो सकती है। लेकिन, चुनाव आयोग ने पीटीआई की खबर का खंडन किया था।