गुरुवार की शाम ही ढलते बिहार और मध्यप्रदेश में दो मासूम मौत के मुंह से तो निकले गए पर सांसों की डोर टूट गई। दोनों को बचाने के लिए प्रशासन की ओर से राहत और बचाव का कार्य चल रहा था। बिहार के रोहतास जिले के 11 वर्षीय रंजन और मध्यप्रदेश के सीहोर की ढाई साल की सृष्टि जिंदगी की जंग हार गए।
बिहार में रोहतास जिले के आतिमी गांव में सोन नदी पर पुल से 11 वर्षीय रंजन नाम का लड़का गुजर रहा था। तभी उसने एक कबूतर को खंभे पर बैठा देखा। वो कबूतर पकड़ने के लिए पुल से नीचे उतर करखंभे पर आ गया। लेकिन कबूतर खंभा और दीवार के बीच में घुस गया। कबूतर पकड़ने के चक्कर में लड़का खंभे और दीवार के बीच फंस गया।
अधिकारियों ने बताया कि रंजन को आक्सीजन दी गई तथा आपदा राहत कर्मी उसे वहां से निकालने की कोशिश में जुटे रहे। गुरुवार को बच्चे को बाहर निकालने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया, लेकिन उसकी जिंदगी नहीं बच पाई। उसके पिता शत्रुघ्न प्रसाद ने स्थानीय अधिकारियों को बताया था कि मानसिक रूप से कमजोर उनका बेटा रंजन दो दिन पहले गायब हो गया था और बाद में वह एक महिला को वहां फंसा नजर आया।
वहीं मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में बोरवेल से करीब 52 घंटों की मशक्कत के बाद गुरुवार को निकाली गई ढाई साल की बच्ची सृष्टि को अस्पताल ले जाने के बाद मृत घोषित कर दिया गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि नाबालिग की बोरवेल में पहले ही मौत हो चुकी थी और जब उसे बाहर निकाला गया तो उसका शव सड़ी-गली हालत में मिला। मंगलवार दोपहर करीब एक बजे मुंगावली गांव में सृष्टि 300 फुट के बोरवेल में गिर गई थी। गुरुवार शाम 5.30 बजे उसे बाहर निकाला गया और जांच के लिए एंबुलेंस से जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।