पश्चिम बंगाल के लखमीपुर का रहना वाला मोहिजुल रहाना शेख देश में सबसे गरीब करोड़पति हो सकता है। शेख को उस वक्त हेडलाइन्स में जगह मिली, जब उसने पांच दिन पहले केरल सरकार की एक करोड़ रुपए की लॉटरी जीती। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि आज उसकी जेब में मात्र 200 रुपए हैं। केरल से अपने घर बंगाल वापस लौटे शेख का कहना है कि लोगों को विश्वास नहीं हो रहा कि मुझे अभी तक पैसे नहीं मिले हैं। उन्हें लग रहा है कि मैं जान-बूझकर नहीं बता रहा। शेख ने बताया कि 10 दिन पहले वह मजदूरी करने केरल अपने बचपन के दोस्त शहाबुद्दीन शेख के साथ गया था। उस वक्त उसकी जेब में 650 रुपए थे। 400 रुपए ट्रेन की टिकट और 150 खाने में खर्च हो गए। उसके पास 100 रुपए बचे थे।
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शेख जब केरल के कोझीकोड पहुंचा तो उसी शाम को उसने केरल सरकार की लॉटरी स्कीम की 50 रुपए की टिकट खरीदी। उसके बाद सोमवार को उस पता लगा कि वह एक करोड़ रुपए की लॉटरी जीत चुका है। 215092 नंबर ने शेख की जिंदगी बदल दी। यह नंबर उसकी लॉटरी की टिकट का है। शेख का कहना है कि वह अभी भी अपने टिकट के नंबर देखता रहता है। 10 फीट चौड़ी और 10 फीट लंबी झोंपड़ी में रह रहे शेख के घर पर जानकारों और रिश्तेदारों का तांता लगा हुआ है।
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घर में खुशी का दौर है लेकिन उनके चेहरे पर अभी शिकन है। शेख ने बताया कि मैंने पैन कार्ड के लिए आवेदन किया है। जब मैं बैंक अपना चेक जमा कराने गया तो मुझे मैनेजर ने बताया कि बिना पैन कार्ड के मुझे रकम नहीं मिलेगी। दूसरा सवाल उसके जहन में जो घूम रहा है वह है टैक्स का सवाल। अभी तक शेख के परिवार में से किसकी भी सदस्य ने टैक्स नहीं भरा है। शेख का कहना है कि कुछ लोग कह रहे हैं कि वे 20 फीसदी टैक्स काट लेंगे, कुछ कह रहे हैं कि वे 35 फीसद टैक्स काट लेंगे, क्या आप मुझे बता सकते हैं कि मुझे कितनी रकम मिलेगी?
शेख ने अभी लॉटरी के पैसे खर्च करने को लेकर कोई योजना नहीं बनाई है। उसने बताया कि मेरे पिता ने उन पैसों से कुछ जमीन खरीदने के लिए बोला है और मैं भी चाहता हूं कि कुछ पैसा साड़ी के बिजनेस में डालूं।
उसकी पत्नी रफिजा की केवल एक मांग है। वह चाहती हैं कि उनकी दस महीने की बेटी मासूमा खातून को अच्छी शिक्षा मिले। रफिजा का कहना है कि हमारे परिवार में कोई भी सदस्य पहली क्लास से ज्यादा नहीं पढ़ा है। मैं चाहती हूं कि मेरी बेटी अंग्रेजी मीडियम स्कूल में पढ़े।
