दिल्ली स्थित हुंमायू के मकबरा परिसर में ईसा खान के मकबरे पर सलमान और कैटरीना की एक फिल्म की बुधवार को हुई शूटिंग पर विवाद हो गया है। इतिहासकारों और पुरातत्व संरक्षकों ने इस मामले पर चिंता जताई है। बता दें कि ईसा खान के मकबरे के गार्डन काम्प्लेक्स में एक ओपन एयर जिम बनाया गया था। यहां 200 से ज्यादा क्रू मेंबर्स वाली फिल्म प्रोडक्शन टीम ने सुबह साढ़े 10 बजे से लेकर दोपहर साढ़े 3 बजे तक डायरेक्टर अली अब्बास जफर की आने वाले फिल्म ‘भारत’ की शूटिंग की।

शूटिंग के लिए आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (ASI) की ओर से जारी लेटर ऑफ लाइसेंस में लिखा है, ‘क्रेन या कोई हेवी इक्विपमेंट इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। ट्रैक ट्रॉली का इस्तेमाल स्मारक से दूर किया जाएगा। स्मारक के अंदर के हिस्सों को नहीं फिल्माया जाएगा।’ इंडियन नैशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट्स ऐड कल्चरल हेरिटेड की कंवीनर स्वपना लिडल ने कहा, ‘सबसे बड़ी चिंता यह है कि इस तरह की शूटिंग से स्मारक को नुकसान पहुंच सकता है। आखिर ‘हेवी इक्वीपमेंट्स’ की परिभाषा क्या है? इसकी निगरानी कौन कर रहा है?’ जेएनयू में इतिहास के प्रोफेसर नजफ हैदर ने सुझाव दिया कि इस तरह की शूटिंग के मौके पर पुरातत्व संरक्षण से जुड़े लोगों या विद्वानों को मौके पर होना चाहिए।

बता दें कि जब क्रू शूटिंग से जुड़े लाइट, कैमरे और जिम इक्विपमेंट्स को ईसा खान के मकबरे के संकरे रास्ते से लेकर जा रहे थे तो निर्माण को नुकसान पहुंचा। उस वक्त इतिहासकार सोहेल हाशमी मौके पर मौजूद थे। हाशमी ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में बताया, ‘अगर जिम लगाना ही था तो पार्क में जाइए। यह एक पुरातात्विक विरासत है, जिसे नुकसान पहुंच सकता था। जब सलमान खान वहां बने रास्ते पर साइकिल चला रहे थे तो काफी भीड़ मौजूद थी। उन्हें नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त पुलिस भी मौजूद नहीं थी। वे तो आसानी से कवियों और संगीतकारों को भी वहां इकट्ठा नहीं होने देते।’

एएसआई के एक अफसर ने कहा, ‘साइकिल चलाने या जिम लगाने की इजाजत ‘संभवत:’ नहीं दी गई हो। अगर इनचार्ज से इस बारे में रिपोर्ट लेंगे कि क्या किस तरह का कोई उल्लंघन हुआ है?’ बता दें कि इस राष्ट्रीय धरोहर के परिसर में शूटिंग करने के लिए प्रतिदिन 50 हजार रुपये की फीस वसूली जाती है। इसके अलावा, 50 हजार रुपये सिक्योरिटी डिपॉजिट के तौर पर लिए जाते हैं। वहीं, वर्ल्ड हेरिटेज घोषित स्मारकों पर शूटिंग के लिए इससे दोगुनी रकम ली जाती है। अप्रैल 2016 में एएसआई ने हेरिटेड साइटों पर फिल्म की शूटिंग का किराया 5 हजार रुपये प्रतिदिन से बढ़ाकर 50 हजार रुपये प्रतिदिन कर दिया था।