आज (19 अप्रैल) को माफिया अतीक अहमद और अशरफ अहमद की हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए तीनों शूटरों सन्नी सिंह, अरुण मौर्य और लवलेश तिवारी को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज सीजीएम कोर्ट में पेश किया गया था। इस दौरान पुलिस ने 14 दिन की रिमांड मांगी थी लेकिन कोर्ट ने सिर्फ 4 दिन की रिमांड मंजूर की है। सुरक्षा के लिहाज़ से पेशी के दौरान कोर्ट में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। फिलहाल पुलिस तीनों को लेकर कोर्ट से निकल चुकी है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस इन्हें लेकर प्रयागराज के काल्विन अस्पताल के बाहर जा सकती है, जहां क्राइम सीन को रिक्रिएट किए जाने की संभावना है।
इस मामले को लेकर शाहगंज एसओ अश्विनी कुमार सिंह को निलंबित कर दिया गया है। एसआईटी ने कल एसओ समेत सभी पुलिस कर्मियों से पूछताछ की थी जिसके बाद एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है।
फूलपुर के पूर्व सांसद माफिया अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ अहमद को 15 अप्रैल की रात पुलिस की मौजूदगी में तीन हमलावरों ने गोलियां दाग कर मौत के घाट उतार दिया था।
लॉरेंस बिश्नोई के फैन हैं तीनों हत्यारे
पूर्व सांसद माफिया अतीक अहमद और अशरफ अहमद को गोली मारने वाले युवकों का कहना है कि वे गैंगस्टर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के फैन हैं। सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के दौरान तीन शूटर- सन्नी सिंह, अरुण मौर्य और लवलेश तिवारी ने कहा कि पिछले साल मई में पंजाबी रैपर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद से वे लॉरेंस बिश्नोई के फैन बन गए थे। उन्होने बताया कि वह लॉरेंस बिश्नोई के इंटरव्यू सुनते थे।
इंडिया टूडे की खबर के मुताबिक पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन तीनों हत्यारों में सनी सिंह लीड कर रहा था और उसके ऊपर पहले से भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। अन्य दोनों शूटरों को भी वही तैयार करके लाया था।
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अतीक अहमद अपना पहला चुनाव एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर 1989 में जीत पहली बार विधायक बने थे। इसके बाद उन्होने लगातार दो बार निर्दलीय के तौर पर यह सीट जीती और उनकी चौथी जीत समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक के रूप में हुई थी। 2004 में अतीक अहमद ने उत्तर प्रदेश की फूलपुर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के टिकट चुनाव जीता था और भारत की संसद पहुंचे थे।