मुस्लिम आबादी के मामले में जम्मू-कश्मीर के बाद असम में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी है। इस राज्य की 36 सीटों पर मुस्लिम मतदाताओं का प्रभाव है। आइए जानते हैं इन सीटों पर किस पार्टी का प्रदर्शन, कैसा रहा।
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-2011 में मुस्लिम के दबदबे वाले विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस को 35 प्रतिशत वोटों के साथ 14 सीटों पर जीत मिली थी।
-2016 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट तीन प्रतिशत घटकर 32 पर आ गया। हालांकि, वोट घटने के बाद भी इस बार उसे 15 सीटों पर जीत मिली है। यानी पिछली बार से एक सीट ज्यादा।
-2011 में AIUDF ने मुस्लिम इलाकों में 29.7 प्रतिशत वोटों के साथ 17 सीटों पर विजय हासिल की थी।
-2016 विधानसभा चुनाव में AIUDF को पिछली बार की तुलना में 6 सीटों का नुकसान हुआ है। इस बार उसे 27 प्रतिशत वोटों के साथ सिर्फ 11 सीटों पर ही जीत मिली है।
-2011 विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 8.3 प्रतिशत वोटों के साथ सिर्फ एक सीट पर जीत नसीब हुई थी।
-2016 विधानसभा चुनावों में बीजेपी को मुस्लिम बहुल इलाकों में 8 सीटें मिली हैं, जबकि उसका वोट प्रतिशत भी पिछली बर की तुलना में दोगुना हो गया है। बीजेपी को इस बार मुस्लिम बहुल इलाकों में 16.5 प्रतिशत वोट मिले हैं।
-2011 विधानसभा चुनाव में असम गण परिषद को 12.2 प्रतिशत वोटों के साथ
2 सीटें मिली थी।
-2016 विधानसभा चुनाव में असम गण परिषद को सीटें तो 2 ही मिली हैं, लेकिन उसका वोट प्रतिशत घटकर 9.7 रह गया है।
-2011 में मुस्लिम इलाकों में अन्य को 2 सीटें मिली थीं, जबकि 2016 में उन्हें कोई भी सीट पर जीत नहीं मिली हैं।
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