15 दिसंबर, 2015 को सीबीआई ने राजेंद्र कुमार के ठिकानों पर जिस केस में छापामारी की, उसकी शिकायत एक वरिष्‍ठ नौकरशाह आशीष जोशी ने दर्ज करवाई है। इस समय देहरादून (उत्‍तराखंड) में तैनात जोशी दिल्‍ली सरकार के साथ भी काम कर चुके हैं। उन्‍हें अरविंद केजरीवाल सरकार ने उनके पद से हटा दिया था। तब वह दिल्‍ली डायलॉग कमीशन के मेंबर सेक्रेटरी भी हुआ करते थे। यह बात अप्रैल की है। 6 जून, 2015 को जोशी ने एंटी-करप्‍शन ब्रांच (एसीबी) में राजेंद्र कुमार के खिलाफ शिकायत की थी। 14 जुलाई को उन्‍होंने एसीबी से अनुरोध किया कि उनकी शिकायत सीबीआई को भेज दी जाए। इसी पर कार्रवाई करते हुए 15 दिसंबर को सीबीआई ने दिल्‍ली और यूपी के 14 ठिकानों पर छापामारी की, जिस पर सियासी बवाल खड़ा हो गया।

आशीष जोशी फिलहाल उत्‍तराखंड में कंट्रोलर ऑफ कम्‍युनिकेशन अकाउंट्स हैं। वह चार महीने से देहरादून में तैनात हैं। वह 1992 बैच के इंडियन पोस्‍ट एंड टेलीकम्‍युनिकेशन अकाउंट्स एंड फाइनैंस सर्विस (IP&TAFS) के अफसर हैं। पिछले साल दिल्‍ली सरकार ने मेंबर (फाइनैंस), डीयूएसआईबी के लिए अर्जियां मंगवाई थीं। जोशी ने भी आवेदन किया। जून 2014 में उन्‍हें तीन साल के लिए इस पद पर चुन लिया गया था। इस साल तीन मार्च को उन्‍हें दिल्‍ली डायलॉग कमीशन (डीडीसी) के मेंबर सेक्रेटरी का अतिरिक्‍त प्रभार भी दे दिया गया था। हालांकि, एक महीने के भीतर ही उन्‍होंने यह पद छोड़ दिया था।

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