अरुणाचल प्रदेश की राजधानी ईटानगर के नाहरलगुन दैनिक बाजार में मंगलवार (25 अक्टूबर 2022) सुबह अज्ञात कारणों से भीषण आग लग गई। इस हादसे में 700 से ज्यादा दुकानें जलकर राख हो गयी। हालांकि, अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
सूत्रों के अनुसार, आग लगने के शुरुआती दो घंटों में केवल दो दुकानों में आग लगी थी, लेकिन अग्निशमन विभाग आग को फैलने से रोकने में विफल रहा। आग लगने के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आग लगने की जानकारी मंगलवार सुबह करीब 4 बजे मिली। उन्होंने बताया कि जहां आग लगी है वह राज्य का सबसे पुराना बाजार है और ईटानगर से करीब 14 किलोमीटर दूर नाहरलगुन में अग्निशमन केंद्र के नजदीक स्थित है।
पुलिस ने दावा किया कि अग्निशमन विभाग ने तत्काल कार्रवाई की, लेकिन दुकान बांस और लकड़ी के बने हुए थे और उनमें सूखा सामान भरा था इसलिए आग तेजी से फैली। दुकानदारों ने आग से जो बच सकता था उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन गैस सिलेंडरों में हुए धमाकों से आग ने विकराल रूप ले लिया।
करोड़ों रुपए का नुकसान: पुलिस ने बताया कि आग को काबू करने के लिए दमकल के तीन वाहनों को लगाया गया। घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। उन्होंने कहा कि आग से हुए नुकसान का आकलन किया जा रहा है लेकिन आशंका है कि करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। वहीं, दूसरी ओर दुकानदारों ने आरोप लगाया कि आग लगने की जानकारी मिलने पर वह पास के अग्निशमन केंद्र पहुंचे लेकिन वहां पर कोई कर्मी मौजूद नहीं था। दुकानदारों ने दावा किया कि जब अग्निशमन कर्मी आए तो आग बुझाने वाले वाहन में पानी नहीं था।
अग्निशमन कर्मियों को निलंबित करने की मांग: दुकानदारों ने आरोप लगाया कि दमकल वाहन में पानी भरने के लिए कर्मियों को दूर जाना पड़ा और वह सुबह जब तक लौटे तब तक आग से बाजार का अधिकतर हिस्सा जलकर खाक हो चुका था। अरुणाचल चेम्बर ऑफ कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष तारा नाचुंग ने लापरवाही के लिए सभी अग्निशमन कर्मियों को निलंबित करने की मांग की। वहीं, ईटानगर के विधायक तेची कासो ने कहा कि बाजार का पुनर्निर्माण राज्य सरकार और एसीसी ऐंड आई के सहयोग से किया जाएगा।